पन्नालाल पाटीदार, झाबुआ Live
जो लोग देश को विश्व के देशों में शुमार करने की बात करते है, वे लोग अमेरिका की अनुमती के बगैर कुछ नहीं कर सकते। इनको बोलने की तमीज भी नहीं है। भारत में जो मृत हो जाए, उनको सम्मान दिया जाता है, लेकिन ये उन पर भी गलत आरोप लगाते है।
यह बाते गुजरात के युवा नेता और हाल ही में कांगेस मे शामिल हुए हार्दिक पटेल ने गुरूवार को रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर संसदीय क्षैत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के समर्थन में पेटलावद के ग्राम रायपुरिया में सभा को संबोधित करते हुई कही। हार्दिक ने जमकर पीएम मोदी को आड़े हाथो लिया।
हार्दिक पटेल ने आगे कहा इस बार जनता मुद्दे के साथ है, अहिंसा के साथ है। मैं मानता हूं कि राहुल और कांग्रेस पार्टी पर देश की जनता ने भरोसा किया है। इस देश की जनता ने तय कर लिया है कि 2019 में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनानी है इसीलिए पांचवें चरण के चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदीजी के चेहरे पर से हंसी निकल (गायब) गई है। हमारे चेहरे पर हंसी है, हम मुस्कुरा रहे हैं लेकिन नरेन्द्र मोदीजी मुद्दे से भटक कर इस देश की जनता को गुमराह अभी भी कर रहे हैं।’
हार्दिक के अनुसार सवर्णो को आरक्षण उनके द्वारा किए गए आंदोलन की वजह से मजबूरी में मोदी सरकार को देना पड़ा। अगर ये आंदोलन नहीं होता तो आज भी आरक्षण नहीं मिलता।
इस दौरान सांसद प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया सहित अन्य कांग्रेंसी पदाधिकारी व नेतागण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
नही दिखे हार्दिक की सभा में पाटीदार-
सबसे दिलचस्प बात इस सभा में यह रही कि जिस उम्मीद से हार्दिक पटेल को यहां बुलाया गया था वह उम्मीद धरी की धरी रह गई। एक तो 2 बजे से शुरू होने वाली विशाला आमसभा लगभग साढ़े 3 बजे शुरू हुई। सभा तो हुइ लेकिन विशाल नही। सभा मे पाटीदार समाज के युवा नेता हार्दिक पटेल को बुलाया गया जिसके पीछे वजह बताई जा रही थी कि रायपुरिया सहित जामली, रामनगर व आसपास के इलाको मे पाटीदार समाज को अपने पक्ष में करना, लेकिन सभा में पाटीदार समाज के गिनती के लोग नजर आए। वो भी केवल मच पर स्वागत करने तक ही दिखार्ई दिए। कुलमिलाकर हार्दिक को रायपुरिया लाने का प्लान कांग्रेस का फेल साबित हुआ।
रास्ते मे दिखाए गए काले झंडे-
वहीं जब किसान नेता और कांग्रेस के स्टार प्रचारक हार्दिक पटेल को काले झंडे दिखाए गए। युवाओ की टोली ने ये काम उस वक्त किा, जब हार्दिक रतलाम के धराड़ से रायपुरिया में सभा करने पहुंच ही रहे थे। काले झंडे देखकर हार्दिक पटेल का काफिला रूका नही व सीधे निकल गया। वहीं युवा मोदी-मोदी चिल्लाने लगे।
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