चंद्रभान सिंह भदौरिया, झाबुआ
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। इस मामले में अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बगावत पर उतरे डामोर परिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबत कर दिया है। सात दिन में उनसे जवाब तलब किया गया है, उचित जवाब नहीं देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, कांग्रेस समर्थित झाबुआ जिला पंचायत की अध्यक्ष सोनल जसवंत भाबर के खिलाफ सभी सदस्य मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लाए हैं। इस प्रस्ताव पर 15 मई को वोटिंग होना है। इससे पहले सभी सदस्य भूमिगत हो गए हैं। इसमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व वर्तमान में सदस्य शांति डामोर भी शामिल है। इसके अलावा उनके पति जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश डामोर और थांदला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गेंदाल डामोर की भूमिका भी बताई जा रही है। तीनों ही भूमिगत है। डामोर परिवार के तीन सदस्या पार्टी गाइड लाइन के विरुद्ध चल रहे हैं। डामोर परिवार के बगावती तेवर देखते हुए वोटिंग होने से एक दिन पहले पीसीसी के संगठन महामंत्री संजय कामले ने तीनों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।
तीनों को जारी पत्र में कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को शिकायत पत्र हुई है कि आपके द्वारा भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने का षड्यंत्र किया गया है।