पूर्व विधायक के भाई की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा

May

नवनीत त्रिवेदी@झाबुआ

पूर्व विधायक के भाई की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। शराब के खर्चे की बात पर विवाद के बाद साथियों ने ही षडयंत्र पूर्वक हत्या कर दी थी। पढ़िए क्या है पूरा मामला और कैसे पकड़ में आए आरोपी।

दिनांक 25.02.2022 की रात्री में सावनसिंह पिता नानसिंह बिलवाल उम्र 49 वर्ष निवासी पिपलीपाडा का शव पीपलीपाड़ा रोड़ किनारे पड़ा था। जिसे मृतक सावनसिंह के पिता नानसिंह एक निजी वाहन से जिला चिकित्सालय झाबुआ में मृत अवस्था में लाये थे। मृतक सावनसिंह के शव का पीएम डॉक्टरों के पेनल द्वारा किया गया। उक्त सूचना मिलते ही थाना कोतवाली में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया।

हत्या के खुलासे के लिये टीमों का गठन

मृतक सावनसिंह के शरीर पर गंभीर चोट के निशान पाये जाने पर उक्त सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री आशुतोष गुप्ता द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस अधीक्षक श्री आनंद सिंह वास्कले के नेतृत्व में विभिन्न टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई। 

घटना का खुलासा

सभी टीमों द्वारा इस घटना की जांच पड़ताल हर पहलू पर की जा रही थी। घटनास्थल पर एफएसएल टीम को गाड़ी स्कीड के निशान मिले थे। स्कीड के निशानों का एफएसएल टीम द्वारा परिक्षण किया गया तो ऐसा लग रहा था जैसे ये किसी ट्रैक्टर के निशान है। तो पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में पुछताछ की गई। पुलिस टीम द्वारा मृतक के परिजनों से भी पुछताछ की गई। पीएम रिर्पोट में डॉक्टर द्वारा मृतक सावनसिंह के सर में, कमर में, पीठ में, आँखों के उपर चोंट आना लेख किया गया। पुलिस टीम जब घटना के संबंध में जानकारी जुटा रही थी तभी आसूचना संकलन की टीम को एक अहम जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक सावनसिंह घटना दिनांक की शाम को सोमसिंह व परम के साथ में देखा गया था और परम के साथ में एक ट्रैक्टर भी है। परम द्वारा जब ट्रैक्टर को खरीदा था तब सोमसिंह उसका ट्रैक्टर चलाता था। जिस पर पुलिस टीम द्वारा सोमसिंह व परम को पुलिस गिरफ्त में लिया गया। पुलिस टीम द्वारा सोमसिंह व परम से पुछताछ की गई तो शुरू में तो वह घुमा फिराकर इधर-उधर की बाते कर रहे थे। फिर सख्ती के पुछताछ करने पर उनके द्वारा मृतक सावनसिंह की हत्या करना कबूल किया। उनके द्वारा बताया गया कि ग्राम टिकड़ी में रमेश तेली की दुकान के सामने सावनसिंह, सोमसिंह, परम एवं बाबु ने बैठकर शराब पी। उस दौरान मृतक सावनसिंह का विवाद परम व सोमसिंह के साथ शराब के खर्चे की बात को लेकर हुआ। फिर उसके बाद बाबू वहां से घर चला गया। सावनसिंह, सोमसिंह व परम ट्रैक्टर से वापस पीपलीपाड़ा आ रहे थे। सोमसिंह व परम के मन में लगातार यह चल रहा था कि किस तरीके से कुछ देर पहले विवाद का बदला लिया जा सके। सोमसिंह ट्रैक्टर चला रहा था व एक साइड में परम व दुसरी साइड में सावनसिंह बैठा था। जैसे ही वह घटनास्थल के पास पहुंचे। वहां पर जान से मारने की नियत से सोमसिंह ने पीपलीपाड़ा के पास में ट्रैक्टर का ब्रेक जानबूझकर जोर से लगाया, जोर से ब्रेक लगाने के कारण सावनसिंह रोड़ किनारे फिंका गया। दोनों सावनसिंह को मरता हुआ छोड़कर फरार हो गया।

आरोपियों के नाम

  1. सोमसिंह पिता थावरिया भूरिया उम्र 38 वर्ष निवासी पिपलीपाड़ा

  2. परम उर्फ प्रेम पिता गुलसिंह कटारा उम्र 27 वर्ष निवासी पिपलीपाड़ा

सराहनीय कार्य में योगदान

घटनाक्रम का खुलासा करने में निरी. सुरेन्द्र सिंह गाडरिया, उनि श्याम कुमावत, सउनि जगदीश नायक, सउनि लालचंद परमार, आर. आशिष एवं आर. 98 मंगलेश पाटीदार, आर. 193 दीपक, आर. 552 महेश, आर. 573 संदीप बघेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।