पेटलावद नगर परिषद अध्यक्ष ने लगाई सीएम और कलेक्टर से गुहार; कर दी यह बड़ी मांग …

May

सलमान शेख@ झाबुआ Live

पेटलावद। सरकार के द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यो में ठेकेदार ही खलनायक बनकर सरकार, एमएलए, मंत्रियों की जनता के बीच में जमकर छिछालेदारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि अब जनप्रतिनिधियो को सरकार से गुहार लगानी पड़ रही है। भाजपा के राज वाली नपं की ठेकेदार एक नही सुन रहा, जिससे कहीं न कहीं सभी जनप्रतिनिधि अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है।
मामला पेटलावद का है। दरअसल, शहर में डल रही आरोयुक्त पेयजल पाईप लाइन डाल रहे कम्पनी का ठेकेदार भी कुछ इस तरह सिस्टम को अपनी जेब मे लेकर चल रहा है। इस ठेकेदार का ठेका पीआईयु से हुआ है, जिसके कारण यह यहां के किसी अधिकारी, जनप्रतिनिधि को तवज्जो देना तो ठीक नगर में पाइप लाइन निर्माण में भी उदासीनता और मनमानी चला रहा है। इसी समस्या को लेकर अब नगर परिषद अध्यक्ष मनोहरलाल भटेवरा ने सीएम शिवराजसिंह चैहान और जिले के कलेक्टर रोहित सिंह से पत्र लिखकर गुहार लगाई है और इस ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करने की बड़ी मांग कर दी।
उन्होनें पत्र लिखकर बताया कि पेटलावद शहर में पेयजल योजना का कार्य मेसर्स पीसी स्नेहल कन्ट्रक्शन कंपनी और मेसर्स रेयान वाब्टर टैंक प्राईवेट लिमिटेड (जेवी) जीएफ प्रवेश अपार्टमेंट, अहमदाबाद को दिया था। लेकिन जब से कार्य शुरू हुआ है तभी से ठेकेदार अपनी मनमानी करता रहा और 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी नगर में आरओ पाइप लाईन का कार्य पूर्ण नही हो सका। इस भयनाक समस्या के कारण जनता का आक्रोश हमारे जनप्रतिनिधियो एवं पार्षदो के झेलना पड़ रहा है। इस संबंध में उन्होनें सीएम हेल्पलाईन पर भी शिकायत केी, लेकिन लेकिन आज तक इस ठेकेदार पर कार्रवाई नही हो पाई है, जिससे इस कंपनी के ठेकेदार के हौंसले बुलंद है। ठेकेदार की इस मनमानी के कारण नपं नगर में कई विकास कार्य नही करा पा रही है, इनमें नगर में मुख्य रूप से सीसी रोड़ सड़क, डामरीकरण सड़क आदि कार्य जो आने वाले दिनो में होना है, उनको नपं नही करवा पा रही है। उन्होनें मांग की है कि इस ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड किया जाए।
2020 में पूर्ण हो जाना था पाइप लाईन कार्य-
गौरतलब है कि बता दे कि मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत नगर परिषद शहर में आरओ पाईप लाइन डलवा रही है। इसके लिए मप्र अर्बन डेवलपमेंट प्रालि द्वारा पीसी स्नेहल कंट्रक्शन कंपनी को 39 किलोमीटर लंबी लाइन डालने का 20.28 करोड़ रुपए में ठेका दिया गया। इसमें शहर के मुख्य मार्ग की सडकों के अलावा गलियां और छोटी-छोटी सडके भी शामिल थीं। कंपनी के ठेकेदार ने अप्रैल 2017 से ठेकेदार ने काम शुरु कर दिया था। वर्ष 2020 तक काम पूरा करना था, लेकिन हालात यह हैं कि अभी कुल कार्य का 50 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है। समयावधि भी निकल चुकी है, लेकिन इस ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नही हुई है।
नपं अध्यक्ष बोले-
नपं अध्यक्ष मनोहरलाल भटेवरा से कहना है कि इस कम्पनी के ठेकेदार उनकी सुनते नहीं। उनका फोन तक रिसीव नहीं करते। ऐसे में वह इस समस्या का निदान कैसे कराएं यह समझ नही आ रहा है। इसी समस्या को लेकर अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी और जिले के कलेक्टर रोहित सिंह को पत्र लिखकर इस ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करने की मांग की है।