तो क्या इसलिए “मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान” ने बढाऐ सेवानिवृत्ति के साल

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चंद्रभान सिंह भदोरिया @ चीफ एडिटर झाबुआ – अलीराजपुर Live 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान ने 30 मार्च को अचानक मध्यप्रदेश मे सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से बढाकर 62 साल करने का एलान कर दिया ओर इसके पीछे तक॔ दिया कि सेवानिवृत्ति बढाने से कई कम॔चारियों को प्रमोशन ओर वेतन संबंधी फायदे हो जायेंगे लेकिन हकीकत राजनीतिक ओर आर्थिक है दरअसल चुनावी साल मे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पता है कि इस बार उन्हे सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड सकता है क्योकि उनकी सरकार 13 साल से काम कर रही है ओर फिर से सत्ता मे लोटना है तो मध्यप्रदेश के 4 लाख 57 हजार 442 कम॔चारियों का सहयोग महत्वपूर्ण हो जाता है इसलिए इस वग॔ को खुश किया जा रहा है हमारे सुत्र बताते है कि मुख्यमंत्री अध्यापकों ओर ग्राम पंचायत सचिवो को खुश करने के बाद अब संविदा वाले दो लाख से अधिक कम॔चारियों को खुश करने की तैयारी मे है सभी को नियमित करने का एलान शिवराज सिंह चोहान कभी भी कर सकते है आशा कार्यकर्ता ओर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को भी अचानक नियमित किये जाने की खुश खबरी मिल जाये तो कोई हैरानी नहीं होना चाहिए । दरअसल मुख्यमंत्री को पता है कि नियमित कम॔चारियों के साथ संविदा या अनियमित कम॔चारियों की संख्या 10 लाख के पार जाती है ओर यह 10 लाख परिवार है एक परिवार मे ओसतन 4 वोट माने तो 40 लाख वोट खोने का मतलब सरकार खोना है ओर सरकार को यह भी पता है कि ग्रामीण इलाके के ग्राम पंचायत सचिव ; पटवारी , शिक्षक ; आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ; आशा कार्यकर्ता पूरे गांव के गांव का दिमाग पलटने की क्षमता रखते है इसलिए लगातार शिवराज सिंह चोहान “मिशन कम॔चारी मुस्कान ” पर काम कर रहे । भले ही शिवराज का खजाना खाली है चार्वाक दश॔न अपनाकर भी शिवराज किसानों को खुश करेंगे क्योकि शिवराज जानते है कि अगर मिशन 2018 फतह कर लिया ओर मोदी कहीं मिशन 2019 मे फेल हो गये तो बीजेपी के मिशन 2024 का प्रधानमंत्री पद का चेहरा वह बन सकते है क्योकि उनमें अटल बिहारी वाजपेयी की छवि दिखती है ओर वह सव॔ मान्य भी हो सकते है उनकी दावेदारी इसलिए भी मजबूत होगी क्योकि 2024 तक आते आते बीजेपी मे मोजूद राजनाथ / सुषमा / अरुण जेटली की तिकड़ी ” अटल – आडवाणी – मुरली मनोहर जोशी” की तरह माग॔दश॔क मंडल बन चुकी होगी ।