…तो इस वजह से हुई थी पेटलावद के रहने वाले ब्लाक समन्वयक की धार जिले में हत्या, एसपी ने किया खुलासा …

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झाबुआ Live डेस्क
बदनावर के ग्राम घटगारा के पास 26 सितंबर को हुए सनसनीखेज हत्याकांड के मामले में आज धार में एसपी आदित्यप्रतापसिंह ने प्रेस वार्ता कर खुलासा किया। इस मौक़े पर टीआई सीबी सिंह भी उपस्थित थे।

एसपी ने बताया कि 24 सिंतबर को मृतक गुलाबसिंह पिता थावरा डामर जाति भील 45 साल निवासी ग्राम पत्थरपाडा थाना पेटलावद जिला झाबुआ जो गोगांवा जिला खरगोन में विगत 10 वर्षो से ब्लाक समन्वयक के पद पर शासकीय नौकरी में पदस्थ था। ग्राम पत्थरपाडा चौकी सारंगी थाना पेटलावद जिला झाबुआ का रहने वाला था। मृतक गुलाबसिंह की पत्नी पत्थरपाडा में आंगनवाडी कार्यकर्ता है तथा मृतक के दो लडके मोहन व राहुल है। मृतक खरगोन से कभी-कभार अपने गांव आता जाता था। होली के दूसरे दिन से मृतक अपने गांव आया हुआ था। जो मृतक वापस अपनी नौकरी पर जाने के लिये प्रातः 08 बजे अपने गांव से पेटलावद गया। पेटलावद में मृतक ने एटीएम से कुछ रूपये भी निकाले थे तथा उसके बाद मृतक गुलाबसिंह ने पेटलावद में एक ढाबे पर अपने दो परिचितो  के साथ खाना खाया। उसके बाद वहाँ से रवाना हो गया था।

तभी दिनांक 26 को मृतक का शव बदनावर थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम घटगारा के पास चावण्डाखेडी रोड पर झाडियों में मिला था।

विवेचना के प्राथमिक बिन्दु के आधार पर अंतिम बार पेटलावद में मिले व्यक्ति तथा मृतक की काल डिटेल में अंतिम बार बात हुई व्यक्ति पर शंका की सूई घुमी। पुलिस ने मृतक के परिजन, गांववालो आदि सँदिग्धो से पूछताछ की। किन्तु मृतक की हत्या करने का कोई वाजिब कारण निकल कर सामने नही आया। मामला उलझता गया।

*काल-डिटेल निकालने पर मिले सुराग, पुलिस पहुंच गई आरोपी तक*

मृतक गुलाबसिंह के फोन की काल-डिटेल निकालने पर उसमें 24 तारीख को मृतक की लोकेशन शाम 6.30 बजे से रात्रि 09.30 बजे तक कस्बा बदनावर में पाई गई तथा रात्रि 09.30 बजे के उपरान्त मृतक का फोन बंद हो गया। इसी के साथ-साथ सबसे महत्वपूर्ण सुराग जो मिला वह काल-डिटेल में एटीएम के रात्रि 8 बजे एवं रात्रि में 12. 5 बजे दो बार क्रमशः मैसेज देखे गये। उसी के आधार पर स्टेट बैंक आफ इंडिया से मृतक के रूपये आहरण किन एटीएम से हुए। इसकी जानकारी प्राप्त की गई।

बैंक द्वारा दी गई डिटेल अनुसार  एक्सिस बैंक पिटगारा से 500 रू निकले, इसी के साथ रात्रि में बैजनाथ महादेव मंदिर के पास आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम से भी 2000 रू का आहरण पाया गया। एक्सिस बैंक से एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने पर उसमें घटना दिनांक को रात्रि 8 बजे मृतक के साथ-साथ दो अन्य व्यक्ति भी मृतक के साथ एटीएम में आते हुए पैसे निकालते समय साथ में खडे रहे और वापस तीनों मोटरसायकिल पर जाते हुए दिखाई दिए। जिसमें मृतक के साथ दोनों आरेापीगणों के चेहरे स्पष्ट साफ दिखाई दे रहे थे। यह सबसे महत्वपुर्ण सुराग 15 दिन बाद मिला। फुटेज के प्रिंट बनवाये गये उसके आधार पर समस्त क्षेत्र में एवं आसपास के जिलों में पतारसी करवाई गई। अचानक एक व्यक्ति द्वारा फोटो देखने पर दोनो आरेापीगणों को पहचान लिया गया।

पहचान करने वाले शख्स ने बताया कि 24 को वह और उसका दोस्त दोनों बदनावर चौपाटी पर शराब दूकान के पास आहते में बीयर पी रहे थे। उसी समय दोनों आरोपी पवन एवं बबन एक तीसरे व्यक्ति जिसके कंधे में पीले रंग का बेग टंगा था मोटरसायकिल से आये थे और आकर पास वाली टेबल पर बैठे थे और उस बेग वाले व्यक्ति (जो मृतक है ) ने रूपये निकालकर बबन को दिये थे। बबन बीयर लेकर आया था फिर इन तीनों ने साथ में बीयर पी थी और आधे घंटे बाद तीनों मोटरसायकिल पर बैठकर कही चले गये थे। फिर आधे घंटे बाद तीनों वापस आये और मृतक इंदौर जाने वाली गाडियों को हाथ देने लगा।  कोई गाडी नही रूकने पर फिर तीनों मृतक व आरोपी मृतक को बीच में मोटरसायकिल पर बैठाकर इंदौर तरफ ले गये।

*हत्यारे बदनावर के ही निकले, हत्या करने के बाद बस स्टैंड पर पी चाय*

पुलिस ने आरेापी पवन एवं बबन निवासी बदनावर को पकडा, पुछताछ में दोनो ने घटना स्वीकारी तथा बताया कि  मोटरसायकिल पर अपने दोस्त को छोडने बस स्टैण्ड आये थे। जहां दोस्त को छोडने के बाद खडे थे उसी समय मृतक गुलाबसिंह भी बेग टांगे इनके पास आकर खडा हो गया था। मृतक गुलाबसिंह ने आरोपीयोयो से कहा कि कोई बस नही है। मुझे चौपाटी छोड दोगे क्या ? मृतक भी शराब के नशे में था तथा दोनो आरोपी भी शराब पीये हुए थे। दोनों ने मृतक से बोला कि बीयर पीलाओगें तो छोड देंगें। मृतक राजी हो गया और उनके साथ मोटरसायकिल पर बैठकर बडी चौपाटी आ गया। जहां अंग्रेजी शराब के पास बने आहते में तीनों ने बेठकर बीयर पी। आरोपीगणों ने और बीयर की मांग करने पर मृतक द्वारा बताया कि अब पैसे खत्म हो गये है। आसपास कही एटीएम है तो चलों चलकर पैसे निकाल लेते है। मृतक एवं  आरोपी तीनो मोटरसायकिल पर बैठकर गये। इसी दौरान बबन ने मृतक गुलाबसिंह के एटीएम का पासवर्ड देख लिया। दोनो को रूपये का लालच आ गया। दोनो ने सोचा कि मृतक नौकरीपेशा है बैंक में ज्यादा रूपया होगा। फिर तीनों वापस मोटरसायकिल पर बैठकर चौपाटी तरफ आये। लेकिन मृतक ने और बीयर पीने से मना कर दिया और रोड पर खडे होकर इंदौर जाने की गाडियां रोकने लगा। जब किसी ने कोई गाडी नही रोकी तो मृतक ने दोनों आरोपियों से बोला कि मुझे नागदा तक मोटरसायकिल से छोड दो और पैट्रोल के पैसे दिये। दोनो आरोपी मृतक को बीच में बैठाकर इंदौर तरफ ले गये और घटनास्थल पर ले जाकर पत्थरों से सिर पर चोट पहुचांकर तथा रूमाल से गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी गई तथा मृतक का पर्स एटीएम कार्ड एवं मोबाइल लेकर भाग गये।

*सीसीटीवी में योगेश आया-चालाक हत्यारो ने दिखाई चालाकी*

फिर दोनों वापस बस स्टैण्ड पहुचे। चाय पी और बस स्टैण्ड पर बबन ने पवन को बोला कि रूपये निकाल ला। पवन को शंका हो गई कि कही केमरे में फोटो न आ जाए। इस पर दोस्त योगेश माली बदनावर को बस स्टैण्ड से जाते हुए रोककर आईसीआईसीआई बैंक से पैसे निकालने ले गया। योगेश ने एटीएम से पैसे निकाले। मृतक के खाते से मात्र 2000 रू ही निकले जो योगेश से रूपये लेकर बाद में दोनो आरोपी पवन एवं बबन ने आपस में बांट लिये।
पुलिस ने दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है।

इस महत्वपूर्ण अनसुलझे सनसनीखेज अंधे-कत्ल का पर्दाफाश करने में थाना बदनावर के उपनिरीक्षक मानिम टोप्पों, उनि ओमप्रकाश दुबे, प्रआर 351 दिनेश सिसोदिया, आरक्षक 881 अनिल द्विवेदी, आरक्षक 109 योगेश, आरक्षक 321 संतोष यादव, आरक्षक 730 मेहरबानसिंह गुर्जर, आरक्षक 402 नाहरसिंह जाधव तथा सायबर सेल धार प्रभारी उप निरीक्षक संतोष पाण्डे और आरक्षक प्रशांत, आरक्षक सर्वेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी ने उचित ईनाम देने की घोषणा भी की है।

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