तालाब निर्माण में फर्जी रूप से राशि आहरण करने का था मामला

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झाबुआ लाइव के लिए झकनावदा से जितेंद्र राठौड़ की रिपोर्ट-
पेटलावद जनपद की धोलीखाली ग्राम पंचायत की कुन्डला वाली नाकी तालाब और बेकल्दा के कलमवाली नाकी तालाब का निर्माण ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को करना था किंतु ग्रामीण यांत्रिकी विभाग ने फर्जी रूप से तालाब को ठेके पर दे दिया था जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा जिला कलेक्टर से की थी।
एसडीएम की जांच में पाया गया दोषी-
ग्रामीणो के द्वारा कलेक्टर को शिकायत की गई थी की बेकल्दा की कलम वाली नाकी ओर कुंडला वाली नाकी तालाब का निर्माण ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को करना था परंन्तु विभागिय अधिकारियों के द्वारा अवैध तरीके से ठेका लाभु चारण को दे दिया था जो नियम के खिलाफ था। लाभु चारण के द्वारा तालाब निर्माण मे अनियमितता करते हुए करीब 4 लाख 50 हजार रुपए राशि के फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण की गई। एसडीएम के द्वारा जांच प्रतिवेदन मे लाभु चारण पर श्रमिकों की राशि आहरण का भी आरोप सिद्ध हुआ जिसकी रिपोर्ट एसडीएम पेटलावद के द्वारा कलेक्टर को सौंपी थी।
जांच मे लाभु चारण निकला शासकीय कर्मचारी –
एसडीएम द्वारा लाभु चारण पर लगे फर्जी रूप से राशी आहरण करने के आरोपों की जांच टीम बनाकर करवाई गई तो जांच में ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाए गए कि लाभु चारण के द्वारा केवल फर्जी रूप् से केवल तालाब का निर्माण ही नही बल्की अन्य विभागो मे भी फर्जी रूप से ठेकेदार बनकर कार्य करता आया है जांच टीम ने जब बारीकी से जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आये जिसमे फर्जी रूप से ठेकेदार लाभु चारण माही परियोजना उप संभाग 1 लाबरीया जिला धार में स्टोर कीपर के पद पर शासकीय सेवा मे कार्यरत पाया गया। एसडीएम पेटलावद द्वारा जांच में पाया की लाभु चारण के द्वारा फर्जी मस्टर एवं बाउचर बनाकर योजना मद की राशि आहरण की जिसकी रिपोर्ट एसडीएम द्वारा कलेक्टर को सौंपी गई थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर द्वारा मध्य प्रदेश राज्य पत्र भोपाल मे सामान्य प्रशासन विभाग में उल्लेखित नियम 10 (1)(ख) के अंतर्गत निहित शक्तियों का उपयोग करते हुए कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक झाबुआ द्वारा नोटशीट मनरेगा में दोषी पाए जाने जाने पर तत्काल प्रभाव से शासकीय सेवा से प्रथक किए जाने का आदेश जारी किया गया।
क्या होगी 420 की कार्रवाई-
जिला कलेक्टर की कार्रवाई के बाद यह बात प्रमाणित हुई की लाभु चारण के द्वारा शासकीय सेवा मे होते हुए फर्जी रूप से राशि का आहरण किया ओर सिविल सेवा के नियमों का उल्लंघन करते हुए शासन की लाखों रुपए की राशि आहरण की। यह तो ग्रामीणों के द्वारा शिकायत किये जाने पर एक आरोप सामने आया ओर आरोप सिद्ध हुआ देखे तो पूर्व में भी लाभु चारण के द्वारा माही परियोजना मे भी फर्जी रूप से ठेकेदार बन कर सारंगी के मठमठ, झकनावदा के भेरूपाडा, धोलीखाली के झोसरपाडा, बेकल्दा के सहित सीमावर्ती धार जिले मे भी माही परियोजना मे कार्य करते हुए अपने परिजनो के नाम से पुलिया निर्माण के ठेके लेकर लाखों रूपए पूर्व में निकाल चुका है जिसकी भी जंाच की जाए, तो ओर भी रोचक मामले देखने को मिल सकते है। अब देखना यह है कि शासकीय सेवा मे रहते हुए शासन को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले लाभु चारण पर एसडीएम पेटलावद द्वारा जाल साजी करने का मामला सिद्ध किया है। अब देखना है की लाभु चारण पर शासन 420 की कार्रवाई करता है या नही।
जनप्रतिनिधि बोले
कलेक्टर के निर्णय का स्वागत करते है साथ ही शासन से लाभु चारण द्वारा जो राशी आहरण की गई है वसूलने की भी मांग करते है।
-पारस जैन, पूर्व जिला मंत्री भाजपा

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