जैन आचार्यों की अगवानी करने पहुंचे धर्मावलंबी, लीला-शांति जयंत विहार धाम का हुआ लोकार्पण

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झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेंद्रसिंह नायक की रिपोर्ट-
शुक्रवार गुजरात से आकर पिटोल के रास्ते प्रदेश में प्रवेश करने पर श्वेताम्बर जैन समाज के सबसे प्रभावी संतो मे जाने जाने वाले आचार्य जयन्तसेनसूरीश्वर के शिष्य सप्तम पट्टधर गच्छाधिपति नित्यसेनसूरीश्वर एवं आचार्यदेव जयरत्नसूरीश्वरजी का पिटोल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर बडी संख्या में आसपास के शहरों से समाज जन एकत्रित हुए। गुजरात एवं मप्र की सीमा पर स्थित पिटोल के संकट मोचन हनुमान मंदिर पर एकत्रित भक्तों ने गुरुद्वय की आगवानी की एवं बैंड बाजों के साथ नगर प्रवेश कर हाईवे स्थित भण्डारी पंप के समिप नव निर्मित लीला-शांति जयंत विहार धाम का लोकार्पण किया। गौरतलब है कि आचार्य पद्वी मिलने के बाद वे पहली बार झाबुआ जिले में प्रवेश कर रहे है इसके बाद वे प्रदेश के विभिन्न जिलों में भ्रमण करेंगें।
लोकार्पण से गदगद थे संत ….
पिटोल में जैन संतो के विहार के लिये लम्बे समय से किसी धर्मशाला के होने की प्रतिक्षा थी जो कि एक अर्से से प्रस्तावित थी किन्तु मुर्तरुप नहीं ले पा रही थी हाल ही में झाबुआ के भंडारी परिवार जिनमें मनोहरलाल,राजेन्द्र व प्रदीप नें अपनी निजी जमीन पर निजी खर्च से जैन संतो ही नहीं अपितु यहां आने वाले सभी समाज के संतो के लिये इसे अर्पित किया जिसका लोकार्पण आचार्य नित्यसेनसूरीश्वर के हाथों सम्पन्न हुआ। गौरतलब है कि इस धर्मशाला के पास मंदिर का निर्माण कार्य भी चल रहा है जिसको लेकर भी समाजजनों में खासा उत्साह है। आचार्यद्वय के साथ श्रमण संघ के मंगल प्रवेश पर ग्रामीणजनों ने हर्ष व्यक्त किया।
लगी लाभार्थी बोली व हुवे प्रवचन……
इस अवसर पर जैन समाज में प्रचलित विभिन्न कार्यो का लाभार्थी होने के लिये 7 जनवरी को झाबुआ में होने वाले भव्य मंगल प्रवेश पर आचार्यश्री के स्वागत में होने वाली विभिन्न गतिविधियों हेतु बोलियां लगाई गई। उपस्थित संतजनों ने अपने मुखारविन्द से उपस्थित जनसमुदाय को अपने प्रवचनों से मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम का गुरुद्वय के साथ उपस्थित अभिभाषक बाबुलालजी संघवी, ठाकुर जोरावरसिंह, सुरेश तांतेड ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। भण्डारी परिवार में मनोहर,राजेन्द्र व प्रदीप भण्डारी ने संतों को काम्बली ओढाकर सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन मनोहर भण्डारी नें किया। इस अवसर पर भोजन प्रसादी का कार्यक्रम भी आयोजित था।

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