जिला पंचायत अध्यक्ष ने बैराजों के निरीक्षण में पाई अनियमितताएं
निर्माण कार्य में घटिया सामग्रियां उपयोग होने का लगाया आरोप
झाबुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया द्वारा जिले के मेघनगर एवं थांदला के ग्रामीण क्षेत्रों सहित अन्य कस्बों में जाकर वहां नदियों में पानी संग्रहण के लिए बनाए जा रहे बैराजों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई अनियमितताएं पाई। भूरिया ने जल संसाधन विभाग एवं संबंधित ठेकेदार पर निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने एवं घटिया सामग्री उपयोग में लाने का आरोप लगाया।
भूरिया ने ग्राम बिसलपुर, रामपुरा, देमारा ग्रामीण क्षेत्रों में बैराज के निरीक्षण के दौरान पाया कि ग्राम रामपुरा में बैराज का निर्माण कार्य अत्यंत गुणवत्ताविहीन हो रहा है। निर्माण कार्य में तौर पर खरीदे गए पत्थरों और रेती का उपयोग किया जा रहा है। वहीं ग्राम देमारा में तो अत्यंत घटिया किस्म का कार्य होने से बारिश में बेराज के टूटने की संभावना बनी हुई है।
करोड़ों रुपए की लागत से बनाए जा रहे बैराज
भूरिया ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजों का निर्माण करोड़ों रूपए की राशि खर्च कर जल संसाधन विभाग द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से करवाया जा रहा है और विभाग सहित ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में भारी अनियमितता एवं लापरवाही बरती जा रहीं है। स्टापडेम नदी में पानी के संग्रहण के लिए बनाए जा रहे है, लेकिन अधिकतर बेरोजों की स्थिति देखकर यहीं लगता है कि वह एक-दो बारिश के दौरान ही पानी भरने से क्षतिग्रस्त हो जाएंगे और शासन को निर्माण कार्य में लगी राशि की हानि होगी। उन्होंने बताया कि कई गांवों में जहां नदियों पर स्टापडेम की आवश्यकता नहीं है, वहां पर जबरन राशि का दुरुपयोग करते हुए भी यह कार्य किया जा रहा है।
विभाग के सचिव को करवाया जाएगा अवगत
निरीक्षण में भूरिया के साथ थांदला के पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया भी उपस्थित थे। निरीक्षण बाद भूरिया ने कहा कि वह इस मामले में जल संसाधन विभाग मप्र शासन के सचिव को इससे अवगत करवाएंगी एवं उनसे घटिया निर्माण कार्य की जांच करवाकर उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।