गरीबों के राशन की कालाबजारी करने वाले व्यापारी पर हुई FIR; जांच में आ सकती है कई बड़ी मछलियां गिरफ्त में….

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सलमान शैख @ झाबुआ Live 
कल पेटलावद के ग्राम करड़ावद में उजागर हुए सरकारी चावल की कालाबजारी के मामले में आज पेटलावद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने इस मामले में फूंड इंस्पेक्टर धर्मेंद्रसिंह के प्रतिवेदन पर एफआईआर दर्ज की है। जिसमें व्यापारी शीतल कुमार पिता आजाद जैन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 420, 120 (बी) व आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
मामले में एसडीओपी सोनू डावर व टीआई सुरेंद्र गाडरिया ने बताया इस मामले में अभी एक ही आरोपी बनाया गया है। आगे की जांच हम कर रहे है। हमें उम्मीद है इसमें और भी आरोपी सामने आएंगे। जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दे कि इस पूरे मामले में अगर जांच निष्पक्ष तरीके से हो, तो कई बड़ी मछलिया सामने आ सकती है। जो इस कालाबाजारी के बड़े खेल को अंजाम दे रही है। इनमें कई सरकारी मुलाजिम और व्यापारियों के नाम भी सामने आ सकते है। जब हमने फूड इंस्पेक्टर से चर्चा की तो उन्होनें बताया कि मामले में हम निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे। यह चावल की कट्टिया किस वेयर हाउस से निकली थी, किस सोसायटी में पहुंची थी। इन सभी बिंदुओं पर हम आगे जांच करेंगे। इसमें जो भी दोषी पाया जाता है हम उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सरकारी गोदाम पर माल उतारने ओर लोड करने का पूरा रेकॉर्ड रहता है तो सरकारी गोदाम में यदि कम माल उतारा या चढ़ाया गया है तो गोदाम के सरकारी मुलाजिम क्या देख रहे है…? कहीं ऐसा तो नही कि किसी बड़े कर्मचारी या राशन माफियाओं को बचाया जा रहा है।