लोक संस्कृति पर्व भगोरिया में पहुंचेंगे हजारों ग्रामीण, नगर परिषद आठ स्थानों पर लगाएगी दस हजार लीटर के शरबत स्टॉल

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थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
अचंल में चल रहा मस्ती एंव उल्लास का लोक संस्कृति पर्व भगोरिया का समापन 1 मार्च को होगा। अंतिम दौर में भगोरिया मेलों में वंनाचल का उत्साह चरम पर होता है । नगर में मंगलवार को भगोरिया पर्व की धूम रहेगी। अंचल का प्रमुख नगरीय केन्द्र होने की वजह से सर्वाधिक भीड भगोरिया उल्लास के रूप में नगर में जुटेगी। शासन प्रशासन व्दारा व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है।
राजनैतिक दल करेंगे शक्ति प्रदर्शन-
भगोरिया पर्व को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय है चुकि चालु वर्श चुनावी वर्र्ष होने के चलते दोनो प्रमुख राजनैतिक दल भी भगोरिया में गेर एवं रैली के माध्यम से अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे जिस पर विधान सभा के मतदाताओं की भी निगाहे जम रहेगी। सांसद-विधायक व जनप्रतिनिधि अपने-अपने समर्थकों के साथ में ढोल मादल की थाप पर नाचते झूमते हुए गेर निकालेंगे जिस दल एंव नेता की गैर में सर्वाधिक ढोल मादल होते है उनका क्षेत्र में दबदबा तय माना जाता है। तत्पश्चात नेताओं व्दारा विभिन्न ग्रामों से आये ढोल मादल दलों को पुरस्कृत भी किया जाता है। इस वर्ष भी भाजपा-कांग्रेस जनजाति विकास मंच व्दारा भगोरिया के अवसर पर गेर का आयोजन भी किया जा रहा है।
नगर परिषद करेगी स्वागत-
नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर व्दारा परम्रागत रूप में भगोरिया मेले में आने वाले ग्रामीणों के लिए व्यापक प्रबंध करने निर्देश दिए। जानकारी देते हुए डामोर ने बताया नगर में विभिन्न स्थानों पर छाया के लिए टेंट लगाए जाएंगे, जिसमें ग्रामीण अपने परिजनों परिचितों व मन्नतधारियों से मिल सकें व त्योहार की शुभकामाएं दे सके। भारी गर्मी को देखते हुए आठ स्थानों पर दस हजार लीटर शीतल पेय शरबत का वितरण किया जाएगा। साथ ही भगोरिये में आने वाले दुर सुदूर के ग्रामीणो का तिलक लगाकर स्वागत भी किया जाएगा। स्वागत हेतु नगर के प्रवेश द्वारा एवं कई स्थानों पर स्वागत द्वार भी लगाए गये है।
सामूहिक छीटाकशीं एक विकृति
पिछले कुछ वर्षों से मस्ती एंव उल्लास के इस पर्व के साथ विभिन्न उत्सव व त्योहारों के पूर्व आने वाले गुलालिया त्योहार कुछ विकृतियां दिखाई देने लगी जिसमें युवाओं की संगठित टोलियों द्वारा ग्रामीणों युवतियों को घेरा बनाकर बीच बाजार में छीटाकशी की जाती है ऐसे हुडदंगियों से निपटने के लिए प्रशासन की जिम्मेदारियां ज्यादा बन जाती है लेकिन इस प्रकार की घटना मुख्य बाजार की अपेक्षा नगर की सकरी व्यावसायिक गलियों सरदार पटेल मार्ग, नीम चौक, गांधी चौक, कुआं गली नीम में अधिक होती है जो की एक चिंता का विषय है। इन स्थाानों पर पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की जाए इस तरह की मांग शांति समिति की बैठक में भी कि जा चुकी है।

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