2050 करोड़ की नर्मदा जल योजना के भूमिपूजन पर बोले मुख्यमंत्री चौहान : कांग्रेस के साथ राजा-नवाब-अंग्रेज सब ने मिलाकर मध्यप्रदेश में सिंचाई का रकबा 7.50 लाख हेक्टयर था मैंने 40 लाख हेक्टयर किया
हरीश राठौड़, पेटलावद
नर्मदा झाबुआ पेटलावद थांदला सरदारपुर उद्वहन सिंचाई परियोजना 2050 करोड़ का भूमिपूजन करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पेटलावद पहुंचे। सर्वप्रथम योजना का भूमिपूजन कर योजना का शिलान्यास किया गया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने बेटियों की पूजन कर उनके पांव पखारे और इसके साथ ही मां सरस्वती के चित्र पर भी माल्र्यापण कर दीप प्रज्जवलित किया। कार्यक्रम में लगभग 15 हजार से अधिक लोगों ने सहभागिता की। नर्मदा के पानी को झाबुआ जिले में लाने की कहानी सुनाते हुए कांग्रेस पर तंज कसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने मेरा मजाक उडाया, किंतु मैंने जो संकल्प लिया कि उसे पूर्ण करने जा रहा हूं। नर्मदाजी का पानी पेटलावद और सरदारपुर ही नहीं बदनावर तक पानी पहुंचाऊंगा। आने वाले भविष्य में बदनावर के लिए भी योजना बन रही है। झाबुआ का ऊंचा-नीचा क्षेत्र यहां जब पानी मिल जाएगा तो पंजाब से ज्यादा उपज होगी, यहां के किसानों को केवल पानी दे दो यह बाकी सब काम कर लेंगे। पेटलावद क्षेत्र के टमाटर दिल्ली और कई प्रदेशों तक जाता है। जम्मू कश्मीर तक जाता है यदि इन्हें पानी मिल जाएगा तो यह और अधिक उत्पादन करेंगे। कांग्रेस के साथ राजा-नवाब-अंग्रेज सब ने मिलाकर मध्यप्रदेश में सिंचाई की 7.50 लाख हेक्टयर में और मैंने दस बारह साल में 40 लाख हेक्टयर में सिंचाई कर दी। आगे योजना बनाई है। मप्र में 80 लाख हेक्टयर में सिंचाई करूंगा। कांग्रेस और भाजपा में फर्क बताते हुए किसानों की परेशानी के बारे में बताया और भाजपा द्वारा किसानों को दिए जा रहे लाभ के बारे में बताया। यदि किसी मां-बाप के पास पैसे नहीं है और उनका बच्चा पढऩे से रह जाए तो इससे बड़ा कोई पाप नहीं होगा। इसलिए मप्र में किसी भी बच्चें को पढ़ाई की चिंता करने की जरूरत नहीं है उनकी स्कूल से लेकर कॉलेज तक की फीस भाजपा सरकार भरेगी।
जनजाति अधिकार सभा बनाएंगे-
आदिवासी ग्रामों में जनजाति अधिकार सभा बनाएंगे। यह सभा गांव के झगड़े भी निपटाएगी गांव में पुलिस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। विधायक निर्मला भूरिया और किसानों के द्वारा सोयाबीन की अफलन की स्थिति के बारे में बताया और मुआवजे की मांग की तो उन्होंने चिंता न करने का कहते हुए उसका भी मुआवजा देने की बात कहीं। मैं दिल और जी-जान से अपने किसान की सेवा करना है। पूरी राहत देने का कार्य करेंगे। स्वागत भाषण निर्मला भूरिया ने देते हुए मुख्यमंत्री से क्षेत्र के विकास के लिए मांग पत्र सौंपते हुए उनका वाचन किया और सोयाबीन की फसल की नुकसानी के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए मुआवजा दिलवाने की मांग रखी। योजना की जानकारी मुख्स सचिव रजनीश वेश्य के द्वारा दी गई। इस मौके पर मंच पर भाजपा विधायक शांतिलाल बिलवाल, कलसिंह भाबर, सरदारपुर विधायक वेलसिंह भूरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोहर सेठिया, पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मोटापाला, दौलत भावसार, जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, जिला उपाध्यक्ष हेमंत भट्ट, नप अध्यक्ष मनोहर भटेवरा, जनपद अध्यक्ष मथूरी मूलचंद्र निनामा आदि मौजूद थे।
झाबुआ खुले से शौच मुक्त-51 किलो की माला से स्वागत-
झाबुआ के खुले में शौच मुक्त होने की घोषणा करने पर जनपद अध्यक्ष मथूरी निनामा, मूलचंद्र निमामा, सरपंच संघ अध्यक्ष मुन्नालाल निनामा और कालूसिंह निनामा ने जिला पंचायत की ओर से 51 किलों की माला से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
योजना का लाभ दिया-
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अंत में कुछ हितग्राहियों को संबल योजना के तहत चेक वितरण भी किए।
2000 पुलिस कर्मी-
मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में 2000 से अधिक पुलिसकर्मी लगे हुए थे। नगर के हर क्षेेत्र में पुलिसकर्मी थी। इसके साथ ही मंडी से उत्कृष्ट परिसर तक 1 किमी के मार्ग पर केवल पुलिस कर्मी ही दिखाई दे रहे थे।
किसान यूनियन ने अ कपड़े उतार कर किया विरोध
मुख्यमंत्री से मिलने के लिए किसान युनियन के सदस्य जिसमें जिलाध्यक्ष महेंद्र हामड़ और जितेंद्र पाटीदार सहित सदस्यों ने पुलिस वालों से चर्चा की तो उन्होंने इजाजत नहीं थी तो इन सदस्यों को अपने शर्ट और बनियान उतार कर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने एक सदस्य को बात करने के लिए बुलाया और समस्या जानी। जिसमें किसान जितेंद्र पाटीदार ने बताया कि सोयाबीन की फसल में अफलन की स्थिति बन गई है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया।