हरकत में आया प्रशासन, माताटोड़ी में शुरू हुआ नलकूप खनन
खराब नलकुप भी सुधारे गये-
झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
पेटलावद। बीते दिनों ग्रामीण अंचल मोहनकोट के समीप स्थित माताटोड़ी में करीब तीन दर्जन से अधिक ग्रामवासियों को अचालक उल्टी दस्त होने से होने की मीडिया में आयी खबर से मचे हडकंप ने प्रशासन को हरकत में ला दिया है। गौरतलब है कि माताटोडी में नदी की झीरी का पानी पीने से गांव में बीमार होकर उल्टी दस्त का शिकार हुए ग्रामीण रायपुरिया और पेटलावद के स्वास्थ्य केन्द्रों पर अपना इलाज करवा रहे है। उधर ग्रामीणों का कहना है कि क्षैत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं दम तोड़ रही है न तो उपस्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम कभी दिखाई देती है और न ही इतने ग्रामीण बीमार होने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई जांच दल यहां भेजा गया हेै।
मोहनकोट के जागरूक नागरिक प्रकाश डामर ने बताया की माताटोडी में पेयजल की कोई ठोस व्यवस्था न होने से ग्रामीण नदी में स्थित झीरी का पानी पी रहे है संभवत: इसके कारण ही इतने बड़े स्तर पर ग्रामीण बीमार हुए है। मीडिया की सक्रियता के कारण प्रशासन ने मामले की गंभीरता समझते हुए गांव में बोरिंग करने के लिए मशीन भेजी है और बंद पड़े नलकुपों को भी सुधारा जा रहा है।
खबर का हुआ असर-
गांव से आयी खबर के अनुसार ग्रामीणों द्वारा पेयजल के लिए नदी में स्थित झीरी का पानी पीने और उसके बाद दर्जनों ग्रामीणों के यकायक उल्टी दस्त की चपेट में आने के बाद ताबडतोड़ जिला प्रशासन ने माताटोड़ी में ग्रामीणों को पेयजल के लिए साफ पानी उपलब्ध करवाने के लिए बोरिंग किया गया वहीं गांव में लंबे समय से बंद तीन नलकूपों में से दो को सुधार दिया गया है जिससे ग्रामीणों को पेयजल के लिए आ रही दिक्कत से राहत मिली है।