सीएम हेल्प लाइन में शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कोई कार्रवाई, कार्रवाई को लेकर कलेक्टर भी उदासीन

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लवनेश गिरी गोस्वामी, थांदलारोड़

CM हेल्प लाइन भी आजकल सिर्फ दिखावा मात्र रह गई, जिस पर शिकायत के 1माह बाद भी कोई कार्यवाही नही हो रही है जिससे घोटाले कर्ताओ के होशले बुलंद हो गए है और वह शिकायतकर्ता से दबंगता से पेश आ रहे है। हम बात कर रहे है मेघनगर तहसील में आने वाले ग्राम नोगांवा में स्थित सोसाइटी की जहा 2 सेल्समेन के पद पर आपसी साठ गांठ कर नियुक्ति कर दी गई और जब घोटाले की पोल खुलता देख मीडिया के सामने दिनांक 28/12/2017 को प्रेस वार्ता रख प्रेस के सामने झूठा स्टेटमेंट दिया कि हमने यह नियुक्ति नियमानुसार नही की थी इसलिए अपनी गलती मानते हुए नियुक्तियों को निरस्त करना बताया था व उनकी की सोसाइटी बोर्ड की सदस्य मंगली बाई ने मीडिया के सामने अध्यक्ष पर आरोप लगाया था कि मेरे तो साइन/अंगूठा भी फर्जी कर देते है और बताया कि इन नियुक्ति की तो मुझे जानकारी ही नही है और मैने सुना है कि रुपये लेकर नियुक्ति की है जिसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। इसकी खबर अगले दिन अखबारों व न्यूज पोर्टल पर लगी थी। इसकी एक शिकायत CM हेल्प लाईन पर लवनेश गिरी ने की थी जो कि भर्ती होने वाले पद के आवेदक है। जिसका जवाब मिला कि शिकायत के संबंध मे आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मर्यादित नौगांवा से प्रतिवेदन प्राप्त किया गया। जिसके अनुसार संस्था मे चार दुकानें है। शासन के प्रावधान अनुसार एक विक्रेता एक दुकान संचालित करेगा। संस्था की आमसभा दिनांक 15.09.2017 प्रस्ताव क्र 48 मे 18 आवेदक मे से 02 आवेदक अमृत नायक एवं धुलिया परमार की सर्वाम्मति से नियुक्ति की गई। अन्य 06 आवेदकों को आमसभा मे असहमति होने से शिकायतकर्ता का चयन नही हो पाया। जवाब 18 आवेदन आये और 2 कि नियुक्ति हुई और 6 आवेदन निरस्त हुआ तो बाकी कहा गए यह सोसाइटी बोर्ड पर सवाल खड़ा कर रहा है। इतना सब होने के बाद भी अध्यक्ष महोदय गेमलसिंह वाघेला ने सोसाइटी बोर्ड की सर्वसम्मति का हवाला देकर कुछ समय बाद दोनों नियुक्तिया कर दी वो भी सोसायटी डी. आर. के रिटार्यमेंट के 1-2 दिन पहले, यह सब बाते सोसाइटी बोर्ड के अध्यक्ष द्वारा किये सेल्समेन के पद में किये फर्जीवाड़े को साबित कर रहे है। देश का भविष्य इतना खराब है कि पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर महोदय व सबंधित अधिकारियों को पता होने के बाद भी सब मोन है ओर उल्टा कलेक्टर महोदय भी CM हेल्पलाइन पर सबंधित विभाग द्वारा दिये जवाब जिससे शिकायतकर्ता सन्तुष्ट नही होने पर कलेक्टर महोदय से जांच की मांग की तो महोदय ने दिए जवाब को सही बताकर एल-01 द्वारा अंकित निराकरण दिनांक 16.06.2018 तथा एल-02/कलेक्टर, जिला झाबुआ द्वारा अंकित निराकरण दिनांक 22.06.2018अनुसार एल-01 स्तर का निरकारण कलेक्टर द्वारा मान्य किये जाने से एवं अंकित निराकरण उचित होने से शिकायत नस्तीबद्ध योग्य बताकर शिकायत बन्द करने का कह दिया। क्या ऐसे ही सांठ गांठ से भरतिया होती रहेगी और गरीब रोजगार के लिए भटकता रहेगा। वही शिवराज मामा कह रहे है कि किसी गरीब के साथ अन्याय नही होगा सभी गरीब को रोजगार मिलेगा, परंतु उन्ही की पार्टी के सोसाइटी अध्यक्ष व अन्य लोग इस कथन को उल्टा साबित कर रहे है कि रुपये वाले पहले व गरिब बाद में।

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