झाबुआ लाइव डेस्क के लिऐ मुकेश परमार की रिपोर्ट
24 अक्टूबर को अपने घर तारखेडी से अपने ससुराल अपनी पत्नी को लेने काजबी गए मुन्ना पिता रामचन्द्र नि. तारखेडी अपने घर नही आया तो परिजनो ने काजबी सहित पुरे परिवार रिश्तेदार मे छानबिन कि और रायपुरिया पुलिस ने बिती 28 अक्टुबर को गुमशुदगी कि रिपोर्ट दर्ज कि……
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पंपावती तालाब मे मिला था शव.
बीती 2 नंवबर को बनी के समीप पंपावती जलाशय मेसडा हुआ शव मिला था. जिसे मुन्ना के परिजनो ने मुन्ना बताते हुए शिख्नात कर ली. और पोस्टमार्टम के पश्यात मुन्ना कि पहली पत्नी भंगुडी बाई और पिता रामचन्द्र ने मुन्ना कि दुसरी पत्नी शारदा और साले के उपर हत्या का आरोप लगाया. और अंतिम संस्कार करते हुए. मुन्ना कि मुत्यु के पश्यात क्रियाकर्म चल रहा था. और उसी दिन मुन्ना तारखेडी पहुच गया.
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मुन्ना का कहना
मुन्ना का कहना है मे काजबी गया था और वहा थोडा विवाद हु आ उसकेवबाद मे बडनगर मजदुरी करने चला गया था.
अब दीपावली करने लोटा हु.
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बडा सवाल- आखिर वह कौन था ?
इस पूरे घटनाक्रम मे कुछ सवाल खडे हो रहे है मसलन यह कि अगर जो शव बनी तालाब मे मिला था वह आखिर किसका था ? क्योकि जिसका शव बताया जा रहा था वह तो अब जिंदा आ चुका है ओर उससे भी बडा सवाल किस आखिर उसकी पहली पत्नी ने शव पहचानने मे गलती क्यो की ? गलती थी या जानबूझकर पहचाना गया है ? खैर यह सब जांच का विषय है पुलिस मामले मे जांच कर ही रही है ।
यह बोले टीआई —
मुन्ना के परिजनो ने पहचान कि थी. इसलिए शव सौप दिया था. शव पुरी तरह सड चुका था पहचानना मुश्किल था. अब वह घर आ गया है तो शव कि जांच विसरा पि. एम. के लिए भेजा है उसका इंतजार कर रहा है. —के. एल. डांगी