झाबुआ लाइव के लिए राणापुर से के नाहर की रिपोर्ट
संथारा पर दिए गए राजस्थान हाई कोर्ट के फैसले के विरोध में जैन समाज ने विरोध दर्ज करवाया।सकल जैन समाज ने अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे।शैक्षणिक संस्था भी बंद रही।मौन जुलुस व सभा के साथ एस डी एम को ज्ञापन सौपा गया।दिगम्बर जैन मन्दिर से दोपहर 1 बजे मौन जुलुस शुरू हुआ।इसमें सबसे आगे धर्म पताका लिए दो युवक चल रहे थे।उनके पीछे बच्चे कतारबद्ध थे।उनके हाथो में संथारा समर्थन की तख्तियाँ थी।जुलुस में दिगम्बर, श्वेताम्बर व अग्रवाल दिगम्बर जैन समाज के महिला पुरुष शामिल हुए।पुरुष श्वेत वस्त्र में थे।महिलाये अपने मंडल की ड्रेसकोड में थी।प्रमुख मार्गो से होकर जुलुस पुराना बस स्टेंड पहुंचा।यहाँ एक विरोध सभा हुई।स्वागत भाषण व विरोध की रुपरेखा कमलेश नाहर ने प्रस्तुत की।श्वेताम्बर श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप सकलेचा , दिगम्बर समाज अध्यक्ष हंसमुख कोडिया , संजय अग्रवाल, पुष्पेन्द्र कटारिया ने अपने विचार रखे।वक्ताओं ने एकमत से कहा कि धर्म में दखलंदाजी बिलकुल सहन नही की जायेगी।राजस्थान हाई कोर्ट का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है, सकल जैन समाज इसे वापस लेने का आग्रह करता है।महेश शाह द्वारा रचित कविता का पाठ व संचालन सुरेश समीर ने किया।ज्ञापन का वाचन अग्रवाल समाज के प्रमुख पवन अग्रवाल ने किया।इसके बाद एस डी एम सैयद अशफाक अली को तीनो समाज प्रमुख ने प्रधानमन्त्री के नाम ज्ञापन सौंपा।उपस्थित लोगों ने विरोध बेनर पर अपने हस्ताक्षर किये।आभार तरुण सकलेचा ने माना।