शोर्य दिवस पर निकाली विराट यात्रा पूरा नगर भगवा रंग में रंगा

May
यात्रा मे राम, लक्ष्मण, हनुमान रुप लिए बालक
यात्रा मे राम, लक्ष्मण, हनुमान रुप लिए बालक

राणापुर से एमके गोयल की रिपोर्ट। शोर्य दिवस के अवसर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के द्वारा विशाल शोर्य यात्रा निकाली गई जिसमें सैकड़ों हिंदू कार्यकर्ता भगवा झंडा, शस्त्र लेकर यात्रा मे चल रह थे। राम का जयकरा लगते हुए चल रहे थे। आगे डीजे पर हिंदू गीत चल रहे थे। वही पीछे तीन बालक राम, लक्ष्मण, हनुमान रूप धारण कर टैªक्टर मे चल रहे थे। यात्रा का नगर मे कई जगहो पर पुष्पों से स्वागत किया गया। यात्रा बजरंग दल व्यायाम शाला से प्रारंभ होकर शिवाजी चोक, लक्ष्मीबाई मार्ग, भवानी चोराहा, सुभाष मार्ग, पुराना बस स्टैंड, महात्मा गांधी मार्ग, अस्पताल चोराहा, चंद्रशेखर आजाद मार्ग, प्रजापत मोहल्ला, कालिका माता मंदिर, जवाहर मार्ग, सरदार मार्ग होते हुए नया बस स्टैंड पर पहुँचा। इस यात्रा मे विश्व हिंदू परिषद के जिला संगठन मंत्री दीपक मकवाना, जिला सहयोजक निखिल पड्या, जिला अध्यक्ष दिनेश भूरिया, उपाध्यक्ष कृष्णकांत शाह, मनीष जैन, आशीष सोनी, सचिंत कटारिया, वरिष्ठ भाजपा नेता छगनलाल प्रजापत, समाजसेवी राजेन्द्र उपाध्याय, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष गोविंद अजनार, थावरसिंह भूरिया अन्य नगर के गणमान्य नागरिक यात्रा मे शामिल हुए।
भारत मे राम राज्य लाना है
नया बस स्टैंड पर सभा हुई जिसमे सभी पदाधिकारियो का विहिप, बजरंग दल की नगर समिति द्वारा पुष्प्माला से स्वागत किया गया। विहिप के प्रांतीय मंत्री नंदकुमार उपाध्याय ने शोर्य दिवस क्यों मनाते इसके बारे मे विस्तृत से बताया। भारत मे राम राज्य लाना है। हमे अयोध्या मे मदिंर बनाना है। इसके लिये सन 1964 विहिप लगी हुई है। देश मे बैठे बाहर से आए राक्षसों को भगाना है। जो राम को नहीं मानता उसे देश मे रहने का अधिकार नहीं है। राम मंदिर बनाने जितने भी रोडे़ है सभी को हटाना है। आज के हिंदुआंे मे कुछ बात है अमरनाथ यात्रा मे कई आतंकवादी धमकी देते फिर हमारे ंिहंदू भाई मोत की परवाह यात्रा पर जाते है। यह हिंदू क्या आतकंवादी इतनी ताकत नहीं हिंदू की हस्ती मिटा दे। हमारे देश के नोजवानो ने देश आजादी के लिए कई बलिदान दिया। आगे भी हमारे देश के लिए हमारे हिंदू जवान जान नोजावर कर देगे। हम धर्म की रक्षा करंेगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। कोई एक गाल चाटा मारे दूसरा गाल दूसरा आगे करना ये हमारे हिन्दुत्व की पद्वती नही है। हमारे यहा शास्त्र की पूजा होती है तो साथ मे शस्त्र की भी होती है। दुष्ट बातो से नहीं मानता है तो शस्त्र से मानेगा।