रेल बजट में की गई आदिवासी अंचल की उपेक्षा- सांसद भूरिया

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झाबुआ लाइव डेस्क। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज लोकसभा में अपना रेल बजट प्रस्तुत किया है। जिला कांग्रेस ने इस रेल बजट को निराशाजनक बताया है। सांसद कांतिलाल भूरिया ने रेल बजट में आदिवासी अंचल में तत्कालीन केन्द्र सरकार के कार्यकाल में प्रारंभ हुई दो महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं पर रेल मंत्रालय का ध्यान नहीं देने के कारण उन्होंने रेल मंत्री से इस संबंध में अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें पुन: इस रेल लाइन कार्य को त्वरित गति से पूरा करने हेतु अधिक से अधिक राशि आवंटित करने की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा कि रेल बजट में कम राशि का आवंटन कर आदिवासी अंचल को बहुत ही निराश किया है। भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता चुनाव के समय इस अंचल में आकर बड़ी-बड़ी बातें करते है किंतु जब कार्य करने का समय आता है तो वे पीछे हट जाते है। इससे सिद्ध होता है कि भारतीय जनता पार्टी को आदिवासी अंचल की कितनी परवाह है?
पारदर्शी नहीं रेल बजट
भारतीय जनता पार्टी के केन्द्र में शासन करते हुए यह तीसरा बजट है किंतु इन तीनों बजट में वर्तमान केन्द्र सरकार ने इस अंचल की हमेशा उपेक्षा की है। सांसद भूरिया ने आगे कहा कि इस रेल बजट में बिल्कुल भी पारदर्शिता नहीं है। पिछली घोषणाओं व पूर्व में प्रारंभ हुए कार्यों की कोई जानकारी भी इस बजट में नही दी गई व ना ही कोई पर्याप्त राषि आवंटित की गई। रेल बजट में दाहोद-इदौर व्हाया सरदारपुर, झाबुआ की 200 किलोमीटर रेल परियोजना के लिए व छोटा उदयपुर-धार रेल परियोजना 157 किलोमीटर के लिए कम राशि ही आवंटित करने की बात सामने आई है। यह रेल परियोजना पूरी तरह से खठाई मे पड गई है। पूरा बजट ही गोल-मोल है। पूर्व में रेलमंत्री ने क्षेत्रीय सांसद को क्षेत्र की रेल परियोजनाओं को त्वरित गति से कार्य प्रारंभ करने का आश्वासन दिया था किंतु बजट में इन परियोजनाओं के लिए पर्याप्त राशि आवंटित न करने से घोर निराशा हुई है।
सिर्फ वादों का पिटारा
जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने रेल बजट से पूरी तरह असंतुष्ट होकर कहा कि रेल बजट वादों के पिटारों के अलावा ओर कुछ नहीं है। यह उंची दुकान, फिके पकवान से जान पडता है। जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने कहा कि इस रेल बजट को फेल बजट बताते हुए कहा कि भाजपा इस आदिवासी अंचल के विकास को रेल सुविधा से वंचित रख कर रोकना चाहती है। सुरेश प्रभु का रेल बजट में केवल हवा बाजी की गई है। जिसे धरातल पर उतारने की कोई बात नही की गई है।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट एवं अन्य कांग्रेसजनों ने इस बजट को बेहद निराशाजनक बताते हुए कहा कि डीजल की कीमतें कम हुई फिर भी किराया नही घटाया जाना आम जनता कें साथ धोखा है। इस रेल बजट को लेकर सभी वर्गों को अंधेरे में रख कर पूजीं पतियों को बडावा दिया गया है।

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