झाबुआ – पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने आज जारी बयान में कहा है कि सत्तारूढ भाजपा के इशारे पर उनके सहयोगी संगठन रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के शांति एवं भाईचारे के माहौल को अपने राजनीतिक स्वार्थो को पूरा करने के लिए बिगाड़ने पर अमादा है। पिछले कुछ दिनों में आदिवासी क्षेत्रों में इस प्रकार की अवांछनीय गतिविधियां काफी तेज हो गई है। आपने कहा कि लोगो की धार्मिक भावनाओं को उखाड़ने वाली गतिविधियों के अचानक बढ जाने से इस संसदीय क्षेत्र के शहरों, कस्बों एवं गांवों में संभावित अनहोनी की आशंका प्रगाड की जा रही है। भूरिया ने कहा है कि रतलम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र सदा से शांति और मित्रता का क्षेत्र रहा है। यहां पर सब तरह की पूजा पद्धतियांे के लोग मिल-जुल कर रहते हैं और एक-दूसरे की धार्मिक आस्थाओ का पूरा सम्मान करते है। इस संसदीय क्षेत्र में निकट भविष्य में संसदीय उपचुनाव को ध्यान में रख कर भाजपा और उसके सहयोगी संगठन अपनी पूरानी रणनीति के अनुसार फिर लोगों की धार्मिक भावनाओं को उभाड़ने की कोशिशों मे लग गए है। इस कारण इस संसदीय क्षेत्र के माहौल में अचानक तनाव के हालात पैदा होने की स्थिति बनती दिखाई देने लगी है। आपने कहा है कि इन कोशिशों के कारण इस क्षेत्र के संभावित उपचुनाव के शांतिपूर्ण संपन्न होने में भी रूकावट पैदा हो सकती है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने इन अवांछित गतिविधियों पर कड़ी आपत्ति प्रकट करते हुए प्रशासन से आग्रह किया है कि वह तत्काल इन गतिविधियों को रोके जिससे की संभावित उपचुनाव ठीक से संपन्न हो सके। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो स्थिति बिगडने के लिए प्रशासन के साथ-साथ भाजपा भी सीधे तौर पर जवाबदार रहेगी।
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