मामला प्रताड़ना से तंग नवविवाहिता की आत्महत्या का ; पति-ससुर पुलिस गिरफ्त में

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अर्पित चोपड़ा, खवासा

खवासा चौकी अंतर्गत ग्राम सादेडा में बुधवार को नवविवाहिता द्वारा अपनी 1 साल की बच्ची के साथ कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को अपराध पंजीबद्ध करने के साथ 2 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। खवासा पुलिस चौकी प्रभारी सुशील पाठक ने बताया कि उक्त मामले में मृतका रैना के पति भूरिया उर्फ भूरा कटारा उम्र 24 और मृतका के ससुर जोहरिया (जवरिया) पिता थावरिया कटारा उम्र 50 वर्ष निवासी सादेडा के खिलाफ अपराध क्रमांक 367/2020 धारा 306, 498A, 34 भादवि में पंजीबद्ध किया गया था। आरोपियों को पकड़ने हेतु पुलिस अधीक्षक झाबुआ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। जिसने मुखबिर की सूचना पर दबिश देकर दोनों आरोपियों को उनके ग्राम के ही मक्का के खेत मे दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। चौकी प्रभारी पाठक ने बताया कि आरोपियों को शनिवार को थांदला न्यायालय में पेश किया जाएगा।

यह था मामला
बुधवार को दोपहर तीन बजे जोहरिया पिता थावरिया कटारा निवासी सादेडा ने खवासा पुलिस को सूचना दी कि मेरी बहु रैना ने कीटनाशक दावा पीकर आत्महत्या कर ली है। सूचना पर मर्ग कायम कर घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक, नायब तहसीलदार एवं वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जब खवासा पुलिस मौके पर पहुंची तो मृतका रेखा की छोटी बहन रेखा ने बताया कि मेरा जीजा भूरिया और ससुर जोहरिया शादी के बाद से छोटी छोटी बातों पर रैना को प्रताड़ित करते रहते थे। पहले भी भील पंचायत के माध्यम से दोनों में समझौता करवाया गया था। मृतका की बहन ने पुलिस को बताया कि रैना द्वारा 1 लड़की को जन्म देने के बाद से पति और ससुर ताने मारते थे कि तूने लड़का पैदा क्यों नहीं किया। घटना के दिन भी पति पत्नी में कपड़े धोने की बात पर झगड़ा हुआ था जिसके बाद भूरिया ने रैना के साथ मारपीट की थी। पति और ससुर की प्रताड़ना से तंग आकर रैना ने अपनी 1 साल की छोटी सी बच्ची रितिका के साथ कीटनाशक दवाई पी ली जिससे रैना की मौके पर मौत हो गई और1 साल की मासूम बच्ची बेसुध हो गई। मौके पर पहुंचने के बाद बेसुध पड़ी मिली बच्ची को खवासा पुलिस द्वारा पहले बामनिया और कुछ उपचार के बाद पेटलावद ले जाया गया। जहां पहुंचने पर बालिका की मृत्यु हो गई। मृतका रैना 7 माह की गर्भवती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने रैना और रितिका की मृत्यु का कारण कीटनाशक दवाई पीने से होना बताया है।

इनका रहा सराहनीय योगदान
घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के निर्देशन तथा एसडीओपी मनोहर सिंह गवली, प्रशिक्षु डीएसपी थांदला थाना इंचार्ज विवेक शर्मा, खवासा चौकी प्रभारी सुशील पाठक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। पूरे केस में टीम के नेतृत्वकर्ता के साथ सहायक उप निरीक्षक महावीर वर्मा, प्रधान आरक्षक सराफत खान, आरक्षक विजेंद्र यादव, राकेश, पुखराज का सराहनीय प्रयास रहा।

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