झाबुआ लाइव के लिए झाबुआ से अबदुल वली पठान की रिपोर्ट-
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के आव्हान पर गुरूवार को देश में बढ़ती हुई महंगाई, तुअर दाल और प्याज की कीमतों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी और रुपए की कीमत में आई भारी गिरावट के विरोध मे जिला कांग्रेस कमेटी झाबुआ द्वारा भी महंगाई एवं क्षेत्रीय समस्या को लेकर नगर में रेली निकाल कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सोंपा। स्थानीय जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर कांग्रेसी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए तथा वहां से दोपहर 1 बजे बाइक पर रेली के रूप में प्याज की माला पहनकर तथा हाथों में बड़े हुए बिजली के बिल लेकर हाथो मे कांग्रेस के झंडे लिए हुए नगर के थांदला गेट, मेन रोड, बाबेल चोराहा, आजाद चोक, राजवाड़ा, कालिका माता मंदिर होते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियो के विरोध में नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तथा वहां नारेबाजी की तथा धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर एनएस रघुवंशी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सोंपा। ज्ञापन का वाचन जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने किया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्यान्न वस्तुओ मे लगातार वृद्धि हो रही है। केन्द्र की भाजपा सरकार की किसान विरोधी एवं जनविरोधी नीतियो के कारण महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है तथा इसका खामियाजा देश व प्रदेश की गरीब व आम जनता भुगत रही है। आए दिन प्याज, पेट्रोल तो कभी रसोई गैस के दाम बढ़ जाते है। आए दिन दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं के भाव में भारी वृद्वि होती रही है इस कारण आम आदमी की तो कमर ही टूट चुकी है और वे अपने आप को असहाय महसूस करने लगी है। आज प्याज के दाम 80 रुपए किलो और तुअर दाल 150 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चोहान इस महत्वपूर्ण विषय पर मोन धारण किए हुए है, जो इस बात का संकेत है कि कालाबजारियों के समक्ष उन्होने आत्मसमर्पण कर दिया है। जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया ने कहा कि हमने आज इस प्रदेशव्यापी जनांदोलन के माध्यम से केन्द्र और भाजपा सरकार से इसका जवाब मांगते है कि आपने जो जनता से वादे करंे थे वो कहां गए। आपने कह ाकि भाजपा ने अच्छे दिनों के आने का डिंडोरा पीट कर देश-प्रदेश की जनता को गुमराह क्यों किया। ज्ञापन मे कहा कि अगर प्रधानमंत्री के यही अच्छे दिन है तो तत्कालिन यूपीए सरकार के क्या वे बुरे दिन थे, जब प्याज 10 रुपए, दाल के दाम 50 रुपए थी। शिवराज सिंह चोहान सिर्फ सब्ज-बाग दिखाने और शिगूफेबाजी में ही विश्वास करते है। धरातल पर क्या हो रहा है इसकी उन्हे बिल्कुल भी चिन्ता नही है। उन्हें यह भी नहीं मालूम रहता है कि उन्होने जो घोषणा की वह शुरू भी हुई या नहीं। यदि शुरू हुई तो पूरी हुई या नहीं। कई घोषणा तो सालो के बाद भी अधर में लटकी हुई है। वही प्रधानमंत्री ने पिछले चुनाव में वादा किया था कि विदेशों से कालाधन वापस लाया जाएगा और प्रत्येक के नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा कराने और अच्छे दिन की शुरुआत करने और राष्ट्रव्यापी महंगाई कम करेंगे। इन वादों का क्या हुआ? इन सभी मुददों पर नरेन्द्र मोदी सरकार ने न केवल मोन धारण कर लिया है बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जहां उसे राजनैतिक जुमला बता रहें है वहीं उनके केन्द्रीय मंत्री इन दावों और वायदों से प्रत्यक्ष तौर पर मुकर रहे है।
कांग्रेस जनों ने बिजली के बिल जला कर जताया आक्रोष
कांग्रेसजनों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कई परिवार जहां बिजली नहीं है उन्हें भी विभाग द्वारा भारी बिल दिए गए तथा जिनके पास नाम मात्र का कनेक्शन है उन्हें भी भारी भरकम बिल थमा दिए जाते है ऐसे बिलों को जिला कांग्रेस ने इकठा कर स्थानीय कलेक्टर कार्यालय पर जला कर अपना आक्रोश व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री ने किया व आभार ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर ने माना। इस अवसर पर पूर्व विधायक जेवियर मेडा, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद्र डामोर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मानसिंह मेडा, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट, आचार्य नामदेव, जिला महामंत्री जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री, एनएसयूआइ जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, कांग्रेस नेता गोरव सक्सेना, बबलू कटारा, प्रशांत बामनिया, शीला मकवाना, मालू डोडियार, राजेश डामोर, पार्षद अविनाश डोडियार, वरूण मकवाना, कांग्रेस सरपंच खेतीया भाई, अमरा भाई, भेरू सरपंच, खीमा भाई, भारू मावी, रिजवान खान, दिपू भाई, महेश डामोर सहित जिला कांग्रेस की ब्लाॅक व शहर कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।