झाबुआ । मध्यप्रदेश के जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच, पंच द्वारा भोपाल में अपनी मांगों के लिए किए जा रहे आंदोलन को मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने अपनी तानाशाही नीति अपनाते हुए आंदोलन कर रहे पंचायत प्रतिनिधियों पर बर्बता पूर्वक दमन कर एवं लाठी चार्ज कर उन्हें खदेडा गया तथा दोहजार से अधिक लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आज का दिन मध्यप्रदेश के लोकतंत्र के इतिहास में काला दिवस के रूप में याद किया जावेगा। वर्तमान में पंचायत पदाधिकारियों कोउनके अधिकार दिलाने के लिए यह आंदोलन किया गया था उसे बुरी तरह कुचलकर लोकतंत्र की हत्या की गई है। आए दिन मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के व्यवहार अपने कर्मचारियों के साथ तो कर ही रही है अब तो उन्होने मध्यप्रदेश क पंचायत प्रतिनिधियों को भी नही बख्शा जिन्हें जनता ने क्षेत्र के विकास के लिए चुना था। उक्त आरोप पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भुरिया ने लगाते हुए कहा कि भाजपा की नीति हमेशा जनविरोधी एवं दमनकारी रही है तथा जहां देश में नरेन्द्र मोदी तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे अपनाने में कोई कसर नहीं रखी है।
भाजपा को पूंजीपतियों ओर दलालों के विकास मे रुचि
पंचायत प्रतिनिधि अपने अधिकार क्षेत्र के विकास के लिए मांग रहंे हैं किंतु भाजपा सरकार नहीं चाहती की ग्रामीण क्षेत्रों का समुचित विकास हो। वह तो केवल पूंजीपतियों और भाजपा के नेता और दलालों का विकास करने में ही रुचि रखती है। भाजपा को ग्रामीण क्षेत्र के विकास से कोई लेना देना नहीं है। भाजपा सरकार के पास विज्ञापन एवं अपनी वाहवाही गिनाने के लिए तो पर्याप्त राशि है किंतु पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास कार्याें के लिए राशि नहीं है। ऐसे में सरकार इस तरह की कार्यवाही कर क्या सिद्व करना चाहती है यह समझ से परे है। पंचायत मंत्री को चाहिए था कि वे पंचायत कर्मीयों की मांग को ध्यान पूर्वक सुने व उसके समाधान हेतु कार्यवाही करे किंतु उन्होने ऐसा ना कर इस आंदोलन को ही गलत सिद्व कर डाला जिससे पूरे प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों में गहरा आक्रोश व्यापत है तथा प्रदेश की जनता भी भाजपा सरकार के इस अडियल रवैये पर नाखुश है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष शांतिलाल पडियार, जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया, वरिष्ठ नेता रमेश डोशी, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष ठाकुर जोरावर सिंह, प्रकाश रांका, नगीन शाह, रूपसिंह डामोर, युवा नेता डाॅ. विक्रांत भूरिया, चंद्रवीरसिंह राठोर, जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री, प्रवक्ता हर्ष भटट, आचार्य नामदेव, सेवादल संगठक राजेश भटट, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष आशीष भूरिया, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कलावती मेडा, आदि ने भाजपा सरकार द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों पर किए गए जुल्म की कडे शब्दों में निंदा करते हुए भाजपा का नसीहत दी की यदि यही रवैया रहा तो जल्द ही जनता इन्हे सबक सिखाएगी।
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