झाबुआ। नोटबंदी की अव्यमवस्थांओं से उपजे आम लोगों की कठिनाइयों को मद्देनजर रख राष्ट्रीय कांग्रेस एवं प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर झाबुआ में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यालय पर जंगी प्रदर्शन एवं धरना आंदलोन हुआ। वहीं नगर के प्रमुख मार्गों से एक रैली निकाली गई। जनसैलाब ने आगे होकर कांग्रेस के इस आंदोलन में अपनी भूमिका निभाई। किसानों, मजदूरों, लघु एवं सिमांत व्यवसायियों के साथ छोटे-छोटे उद्यमियों तथा श्रमिक एवं महिलाओं ने अपनी भागीदारी कर मोदी सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के निर्णय का विरोध करने के लिए आज आम लोग सडक़ों पर उतर आए जिसमें बड़ी संख्याा में कांग्रेस के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, सरपंच-पंच आदि ने अपनी भागीदारी निभाई। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद कांतिलाल भूरिया की अगुवाई में राष्ट्रीय कांग्रेस के समन्वयक एवं गुजरात के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह डोडिया के मुख्य आतिथ्य में तथा जिला कांग्रेस अध्यपक्ष निर्मल मेहता की अध्यक्षता में तथा विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत की अध्यक्ष कलावती भूरिया की उपस्थिति में झाबुआ जिला कांग्रेस कार्यालय पर प्रभावी सभा आयोजित की गई जो बाद में रैली, धरना प्रदर्शन के रूप में तब्दील होकर कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंची जहां नेताओं ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर आशीष सक्सेना को ज्ञापन सौंपा गया।
सांसद कांतिलाल भूरिया ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबंदी करने से पिछले 2 माह से जिन अव्यवस्थाओं का शिकार आम लोगों को होना पड़ा उसमें किसान, मजदूर, व्यवसायी एवं छोटे उद्योगों से आय प्राप्त करने वाले लोग काफी प्रभावित हुए। वहीं बैंकों की लाइन में खड़ा आदमी काल का ग्रास बन गया। दूसरी ओर बैंकों में खुले रूप से भ्रष्टाचार का सिलसिला देखा गया। भाजपा के उद्योगपतियों उनके समर्थकों, कार्यकर्ताओं तथा बाहुबली नेताओं ने अपने पद का दुरूपयोग कर देश के खजाने को दिन-दहाड़े लूट लिया और गरीब किसान देखते ही रह गया। सांसद भूरिया ने कहा कि आरबीआई के दिशा-निर्देशों एवं नियमों को अनदेखा कर नोटबंदी का जो निर्णय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिया गया उससे देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह औंधे मुंह गिर गई है। देश के अर्थशास्त्री केंद्र की भाजपा सरकार के इस निर्णय से आवक रह गए। राष्ट्रीय कांग्रेस एक जनआंदोलन है और 136 साल पुराना देश के विकास में उसका इतिहास रहा है। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी तथा नेहरू एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम से जो योजनाएं देश में गरीबों के हित में व उनकों रोजगार उपलब्ध कराए जाने की दिशा में चलाए जा रहे थे उसके विकास का चक्का पूर्ण रूप से जाम हो गया है और केन्द्र तथा प्रदेश की भाजपा सरकार अपने आप को महिमामंडित करने में तथा देश को लूटने में मशगुल है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति आम लोगों का विश्वास बड़ा है वहीं कांग्रेस को देश की बागडोर सौंपने के लिए प्रतिक्षारत है। भाजपा ने अपना अस्तित्व खो दिया-
मुख्य अतिथि मानसिंह डोडिया ने प्रधानमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गुजरात राज्य के हजारों उद्योग या तो बंद हो चुकें है या मोदी की गलत नीतियों का शिकार हुए हैं। कांग्रेस को चुनौती देने वाले भाजपा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार अब अपना आस्तित्व खोती जा रही है। देश को लूटने वाली ऐसी सरकार का जवाब देने के लिए मतदाताओं ने अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है। युवा नेता डॉ. विक्रांत भूरिया ने मोदी का मुखौटा पहन कर व्यंग्यात्मक एवं असरदार भाषा में अपना उद्बोधन दिया जो तालियों की गडगडाहट एवं कांग्रेस जिंदाबाद के नारों के शंखनाद के साथ कांग्रेस के झंडे लहराते देखे गए।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने महिलाओं एवं क्षेत्र के आदिवासियों एवं मध्यम मवर्गीय परिवार की समस्याओं से अवगत कराते हुए भाजपा पर निशाना साधा। पूर्व विधायक रतन सिंह भाबर, वीरसिंह भूरिया, वालसिंह मेड़ा के अलावा कैलाश डामोर, हेमचंद डामोर, पारसिंह डिंडोर, आशीष भूरिया, चंद्रवीरसिंह लाला, विनय भाबोर, रूपसिंह डामोर, बंटु अग्निहोत्री, गेंदाल डामोर आदि ने संबोधित किया। कलेक्टोरेट परिसर में चूल्हे पर बनाई रोटियां-
इस अवसर पर महिला कांग्रेस ने थालियों की घनघनाहट से मोदी सरकार की नीतियों का विरोध किया जिससे दर्शकों की भीड उमड़ पड़ी। साथ ही कलेक्टोरेट कार्यालय पर चूल्हा रोटी बनाते हुए बढ़ती हुई महंगाई एवं बढ़ती मूल्यवृद्धि के विरोध में केन्द एवं राज्य की भाजपा सरकार को रोटीराम सरकार की संज्ञा दी। इस मौके पर राजेश भट्ट, नामदेव आचार्य, सलेल पठान, रमेश डोशी, सायरा बानो, मालू डोडियार, कलावती गेहलोत, सायदा भाबोर, कलावती मेड़ा, हीरालाल डाबी, मन्नालाल हामड़, जसवंत भाबर, नंदलाल मेण, शंकर भूरिया, कालम शेख, गौरव सक्सेना, धुमा भाबोर, विशाल राठौड़, मनीष अहिरवार समेत जिले के सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद थे।