बड़े पीर साहब का चादर जुलूस निकाल किन्नर समाज ने पेश की आस्ताने पर चादर

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9 8झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
“खुदा का जिक्र करे जिक्र मुस्तुफा न करे हमारे मुंह में है ऐसी जबां खुदा न करे” पवित्र नाते पाक की आयत के साथ नगर की पुरानी मंडी से किन्नरों द्वारा आयोजित सम्मेलन अंर्तगत रविवार को निकाले गए चादर शरीफ के जुलूस अवसर पर उक्त पक्तियां दोहराते हुए बैंडबाजों के साथ निकले जुलूस में जावरा के मो. रफी ने सुनाए। किन्नरों द्वारा निकाले गए जुलूस का जगह जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। जुलूस कुम्हारवाड़ा, पीपली चौराहा, आजाद चौक, सरदार पटेल मार्ग होता हुआ गांधी चौक स्थित बड़े पीरसाहब की दरगाह पहुंचकर सभी किन्नरों ने क्षेत्र व वतन में खुशहाली की दुआ मांगी। जुलूस में स्थानीय मदरसे के बच्चे व समाजजन शामिल थे। स्थानीय गांधीचौक में मुस्लिम समाज व रहवासियों ने किन्नरों का पुष्पवर्षा व शॉल-श्रीफल भेंटकर किन्नर गुरू हाजी सलमाजान व कविता भुआ, मीना भुआ, रेखा भुआ, सन्नो भुआ सपना व सम्मेलन में सबसे छोटी किन्नर आंचल व रवीना का भी समाजजनों ने सम्मान किया गया। इस अवसर पर सदर कदरूद्दीन शेख, गुलाम कादर खान, मुश्ताक अहमद खान, युसूफ खान, कादर शेख, नोमान खान, सैयद मोइनुद्दीन, राजेश डामर, नटवर पंवार, आत्माराम शर्मा सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । अंत में जुलूस मंडी प्रांगण पहुंचकर समाप्ति पूर्व मो रफी ने कौमी एकता का शेर ‘तआसुब आज भी जिस्म में किस तरह चलता है मैं अक्सर सोचता हूं रगों में खून सबका एक जैसा होता है।Ó पेशकर समापन किया। सम्मेलन में प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी जा रही है जिसे देखने के लिए अपार भीड़ उमड़ रही है।

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