झाबुआ, हमारे प्रतिनिधिः आखिरकार वह हो ही गया जिसका एलान पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने किया था। भूरिया ने पार्टी में अपने विरोधी जेवियर मेडा को पार्टी से बाहर करने की बात कही थी और इसी कड़ी में उन्हें नोटिस भी जारी हो गया है। पार्टी की और से यह शोकॉज नोटिस पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा एवं वालसिंह मेड़ा को जारी किए गए है।
पार्टी की और से मीडिया को कहा गया है, “प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अरूण यादव के निर्देशानुसार प्रदेश संगठन के महामंत्री चन्द्रिका प्रसाद द्विवेदी ने त्रि-स्तरीय पंचायती निर्वाचन में जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के विरोध में कार्य कर तथा भाजपा नेताओं के संपर्क में रहकर खुले रूप से कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने तथा जिला कांग्रेस एवं जिला प्रभारी द्वारा कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों की घोषित की गई अधिकृत सूची को नकारते हुए स्थानीय समाचार पत्रों एवं मीडिया चैनलों में फर्जी तरीके से अपने स्तर से ही सूची जारी करके अपने प्रत्याशियों को जिला पंचायत चुनाव में खड़े करना एवं पार्टी के विरूध्द अनर्गल वक्तव्य जारी कर प्रेस वार्ता में पार्टी की छवि को धूमिल करने का कृत्य किया है।”
पार्टी विरोधी कार्य को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने काफी गंभीरता से लिया तथा झाबुआ व पेटलावद के पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा एवं वालसिंह मेड़ा को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए समयावधि में स्पष्टीकरण मांगा है। जारी किये गये शोकाज नोटिस में यह भी कहा गया है कि उक्त दोनों विधायकों द्वारा संतोषजनक जवाब प्राप्त न होने की स्थिति में दोनो पूर्व विधायकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। कारण बताओें नोटिस की एक प्रतिलिपी जिला कांग्रेस को प्राप्त हुई है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने जारी किये गये शो काज नोटिस की प्राप्ति की पुष्टि करते हुए कहा कि निर्धारित समय सीमा में इन दोनो पूर्व विधायकों द्वारा प्रदेश कांग्रेस को संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया जाता तब तक जिला कांग्रेस अपनी प्रतिक्रिया देना उचित नहीं मानती। किन्तु उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अधिकृत प्रत्याशियों के सामने बागी प्रत्याशियों की चुनौतियों से संगठन प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता।