बंगाली डॉक्टरों के क्लिनिकों पर छापामार कार्रवाई, 4 गिरफ्तार, 1 मौके से फरार

0

ÁÁ 2jjj 5झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
कई वर्षो से शहर में जमेेंं बंगाली उर्फ झोलाछाप डॉक्टरो पर आखिरकार प्रशासन ने ताबड़तोड़ तरीके से छापामार कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में आश्चर्यजनक बात यह रही कि कलेक्टर डॉ श्रीमती अरूणा गुप्ता के निर्देश पर अपर कलेक्टर दिलीप कापसे एवं एडीसनल एसपी सीमा अलावा अचानक यहां पहुंचे और राजस्व, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम गठित करकर शहर में अवैध रूप से क्लिनिक चलाकर अपनी दुकान चला रहे नीम हकीम उर्फ बंगालियों पर कार्रवाई करने भेजा गया। शहर के गांधी चौक इलाके में इन झोलाछापों उर्फ नीम हकीमो ने अपना ऐसा जाल बिछाया कि जगह-जगह इनके क्लिनिक थे। यहां प्रशासन ने बबलू विश्वास के क्लिनिक उसके बाद प्रवीर कुमार राय, नितीश विश्वास के यहां छापामार कार्रवाई की। टीम ने इन झोलाछापो के यहां से आयरन साईरफ, टोपीसल लोशन, खांसी की दवाईयां, कप साईरफ, बंद स्टेथो स्कोप, एलोपैथिक दवाईयां, मरीजो को चढ़ाने के लिए बॉटलो का भंडार, मलेरिया टेस्टिंग कीट, एएफके कीट, पैन किलर, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक ट्यूब भी जब्त किए। कार्रवाई में एक झोलाछाप प्रवीर कुमार राय भागने में कामयाब हुआ। कार्रवाई होती देख बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ यहां जमा हो गई। हर बार की तरह प्रशासन की आंख में धूल झोंकता आ रहा शातिर और चालाक झोलाछाप मंडल इस बार भी कार्रवाई से बच गया। टीम वहां पहुंचती लेकिन उससे पहले ही वह दूम दबाकर भाग गया। इसके बाद टीम को सूचना मिली कि उसके घर पर दवाईयों का जखिरा भरा पड़ा है। जब टीम वहां पहुंची तो उसके परिजनो ने वह भी गायब कर दिया। इसके बाद टीम ने उसके क्लिनिक को सील कर दिया।
एलोपैथिक से कर रहे थे इलाज
टीम यहां से पैदल ही पुराना बस स्टैंड पर अपना मजमा जमाए बैठे गौतम विश्वास के क्लिनिक पर पहुंचे। जहां उसने क्लिनिक बवासिर और अन्य का खोल रखा था लेकिन वह नही करते हुए ग्रामीणों का इलाज एलोपिथिक दवाईयां से करता था। यहां से भी प्रशासन ने एलोपेथिक दवाईयां जब्त की। इसके बाद टीम नया बस स्टैंड पर जाजपर काम्प्लेक्स के सामने एक और नये बंगाली उर्फ नीम हकीम डॉक्टर प्रकाश बाला के यहां छापामार कार्रवाई की। यहां से भी प्रशासन ने मय एलोपैथिक दवाईयों के अन्य सामग्रियां जब्त की।
इन झोलाछापों पर हुई कार्रवाई
ये झोलाछाप उर्फ बंगाली बेचारे भोलेभाले ग्रामीणो की जान से खिलवाड़ कर रहे थे। ये बंगाली बंद स्टेथो स्कोप और एक्सपाइरी डेट के जंग खाए हुए औजारो जिसमें कैंची, सर्जिकल ब्लड, एनाल्जिसी आदि से उपचार करते है। टीम ने ये सभी यहां से जब्त किए। कार्रवाई में एसडीएम सीएस सोलंकी, एसडीओपी राकेश व्यास, सिवील चिकित्सक डॉ. केडी मंडलोई, थाना प्रभारी, तहसीलदार एएस कनेश, डॉ. राजेंद्र नाइक, डॉ. शुक्ला, डॉ. आशिष, नायब तहसीलदार जीएस सोलंकी व धनजी गरवाल, प्रधान आरक्षक दिग्वीजसिंह राठौर, दिलीप रघुवंशी, पटवारी डामर, देवलिया, सिंगाड़ सहित पुलिस विभाग, राजस्व विभाग और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। सभी बंगाली उर्फ झोलाछाप एलोपैथिक दवाईयों से ग्रामीण मरीजो का उपचार कर रहे है। जो शासन के नियमो के खिलाफ था। कार्रवाई में टीम के अधिकारी उस समय चोंक गए जब उन्होनें इन झोलाछापो से डिग्री मांगी और वे डिग्री ही नही बता पाए। इससे ये साबित हो गया कि शहर सहित पूरे क्षैत्र में ये झोलाछापो उर्फ बंगाली कई वर्षो से बिना डिग्री के ही ग्रामीणो की जान से खिलवाड़ कर रहे थे। हालांकि कुछ के पास डिग्री मिली लेकिन वह भी फर्जी थी। सभी के खिलाफ धारा 24 के तहत प्रकरण दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर सभी दुकनों को सिल कर दिया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.