फिर डिजिटल जरिए से ठगी का शिकार हुआ एक आदिवासी किसान ; पढिऐ मामला ताकी आप ना फंसे

0

झाबुआ Live डेस्क

आजकल आनलाइन ओर डिजिटल प्लेटफाम॔ पर ठगी के मामले तेजी से बढ रहे है इसी कडी मे झाबुआ जिले के राणापुर थाने के मांडली लालजी गांव का किसान अभयसिंह डामोर भी शिकार बन गये ..

यह आधारकार्ड भेजकर जीता था भरोसा
पीडि़त

दरअसल उनके बेटे ने 14 जनवरी 2021 को फैसबुक पर एक सुचना तस्वीरो के साथ देखी जिसमे पोस्ट करने वाले ने JCB बेचना है का एड जेसीबी की फोटो के साथ दिया ..इस पर बेटे ने अभयसिंह को बताया ओर दोनो इस बात पर सहमत हुऐ कि बात करनी चाहिऐ ..अगले दिन दिये गये नंबर 8398842370 पर काल लगाया ओर बातचीत की तो कथित सोदा 7 लाख रुपये मे जम गया ओर जब अभयसिंह ने लोकेशन पूछी तो लोकेशन दिल्ली बताई गयी ओर मशीन दिल्ली आकर देखने की बात की तो संबनित ने दिल्ली मे लाकडाउन लगने की बात कहकर बोला कि वह मशीन ही झाबुआ भिजवा रहा है .. उसकी बात पर भरोसा कर टोकन अमाऊंट के रुप मे अभयसिंह ने 17 जनवरी को 15 हजार 500 रुपये बताई गयी HDFC बैंक की खाता संख्या 501003873 मे डाल दिये ओर मनी ट्रांसफर का संदेश भी दे दिया .. अभयसिंह को सुचना दी गयी कि JCB दिल्ली से झाबुआ रवाना हो गयी है इसके बाद आज 19 जनवरी को डीजल डलवाने के नाम पर फिर 25000 रुपये ठग ने अभयसिंह से अपने उसी खाते मे डलवा लिए ..दो बार पैसा डालने के बाद जब अभयसिंह ने पूछा तो बताया गया कि JCB नीमच के पास खडी है जब अभयसिंह ने नीमच तक जाने की बात कही तो ठग फिर बाते बनाने लगा तब जाकर अभयसिंह को शक हुआ कि वह ठगी का शिकार हुआ है अभयसिंह ने आज झाबुआ लाइव से संपर्क कर अपनी आप-बीती बताई तब झाबुआ लाइव मे अपने स्तर पर पता किया तो पता चला कि जो खाता नंबर दिया गया है वह दिल्ली का ना होकर मुंबई की संदोझ हाऊस शाखा HDFC बैक का है ..इस ठगी का शिकार होने के बाद अब अभयसिंह परेशान है ओर यह मन बना रहा है कि पुलिस मे इसकी शिकायत करु या नही ?

झाबुआ LIVE की अपील

झाबुआ लाइव आपसे अपील करता है कि आप OLX हो या अन्य कोई डिजिटल प्लेटफाम॔ हो ..पहले कभी भी पैसा ना डाले ..चाहे कितनी भी प्रलोभन ओर बनावटी बाते आप से की जाये आप पैसा ना डाले ..क्यो कि झारखंड – बिहार सहित देश के कुछ इलाको मे ऐसे गैंग सक्रिय है जो छद्म आधार कार्ड ; फर्जी पहचान पत्र ; नकली सीम जो मर चुके लोगो के नाम की होती है ..चोरी हुऐ मोबाइल ..का इस्तेमाल करते है ओर लोकेशन बदलते रहते है ओर यह लोग हर हफ्ते अपने खाते बदलते है सीम ओर लोकेशन बदल देते है भारत की या किसी भी राज्य की पुलिस द मात्र 5% मामले ही ट्रेस कर पाती है 95% मामले मे यह सुरक्षित रहते है ..इसलिऐ अपना बचाव आप खुद करे ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.