प्रशासनिक हलचल-जिला झाबुआ

May

चंद्रभानसिंह भदौरिया@ चीफ एडिटर

झाबुआ को मिले दो युवा आईआईटियन पासआउट अधिकारी ; अब नतीजों का इंतजार

लंबे समय से प्रशासनिक सुप्तावस्था से गुजर रहे झाबुआ जिले मे इस बार सरकार ने दो नये युवा प्रशाशनिक अधिकारी दिये है खास बात यह है कि दोनो अफसर आईआईटियन रहे है उसके बाद UPSC क्लीयर किये है सरकार ने झाबुआ के SP के रुप मे युवा IPS आशुतोष गुप्ता को जिम्मेदारी दी है तो CEO ZP के रुप मे युवा IAS सिद्धार्थ जैन को भेजा है सिद्धार्थ जैन से उम्मीद है कि बुरी तरह खराब हो चुकी जिला पंचायत CEO पद की छवि को ना सिर्फ दुरुस्त करेगे बल्कि शुचिता के शिखर पर ले जायेंगे ।

दोमुंहा सांप भी ले गये साहब

झाबुआ जिले के एक चर्चित अफसर रहे एक साहब जो पद के ना होते हुऐ भी बडे पदनाम वाली गाडी मे घुमते थे वह अपने तबादले के साथ बहुत सा सामान ले गये है जिसकी पड़ताल हो रही है कि वह सामान सरकारी था या सप्लायरो या अफसरों से बुलवाया गया था .. लेकिन आपको एक राज की बात भी बताते है यह साहब एक दोमुंहा सांप भी ले गये है जो बीते कुछ हफ्ते से पाल रहे थे अंडे खिलाकर उसे मोटा कर रहे थे ताकी बेचने पर अच्छी कीमत आ जाये .. अब तो आपको पता चल ही गया होगा कि साहब कोन थे अगर ना पता चला तो चलिए हम अगले अंक मे बता देंगे ।

अब साहब ने मांगी दूसरी गाडी

कलेक्टरोरेट के गलियारे से खबर आ रही है कि झाबुआ जिले मे पदस्थ हुऐ एक बडे अधिकारी ने अपने मातहतों को अपनी कार बदलने को कहा है दरअसल इसकी वजह कार का पुराना होना नही है बल्कि वजह यह है कि इस कार मे अभी तक जो साहब घुम घुमकर डकैतिया डाल गये है लुट मचाकर जिस पद को बदनाम कर गये है उनकी गाडी से जुडी जन धारणाओं को बदलना भी सोच है तो हैरान मत होइयेगा अगर जल्दी ही आपको नये साहब दूसरी गाडी मे दिखे ।

यह झाबुआ है यहां सब चलता है साहब

प्रशाशनिक तंत्र मे भी नैतिकता ओर शुचिता की अपेक्षा होती है मगर यह झाबुआ है साहब यहां सब चलता है अब देखिऐ .. बीते दिनो जिला प्रशाशन ने कोरोना की दिलचस्प खरीददारी की .. खरीददारी का नोडल बाबू बनाया गया नाजीर साहब यानी नजारत शाखा को ओर उन्ही शाखा प्रभारी के बेटे की फम॔ को सप्लाई का एक हिस्सा भी मिल गया .. अरे भाई हम यह नहीं कह रहे कि यह सब गैर कानूनी है लेकिन साहब .. थोडा मोरल तो बनता है साहब .. अब मोरल ही खुंटी पर टांग दिया हो तो फिर आज के दोर मे सब जायज है ।

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