प्रशांत-प्रिंस सीसी रोड पर पानी की निकासी नहीं, नाला निर्माण नहीं होने से उपजी समस्या

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सीसीरोड , सोमवार सुबह कलेक्टर पहुंचे मौके पर लोगों ने बताई समस्या

नाले की समस्या से अवगत कराते नागरिक।
नाले की समस्या से अवगत कराते नागरिक।

झाबुआ लाइव के लिए बामनिया से लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट-
पेटलावद ब्लास्ट हादसे में दिवंगत हुए बामनिया के लाड़ले प्रशांत भटेवरा और प्रिंस टांक की स्मृति में बना प्रशांत-प्रिंस मार्ग अनियमितता व घटिया गुणवत्ता और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। इस मार्ग के निर्माण में सडक़ के दोनों ओर नाली निर्माण नहीं हो पाने ओर इस मार्ग पर स्थित वर्षो पुराने नाले का निर्माण नहीं किए जाने से पानी की निकासी की ज्वंलत समस्या उत्पन्न हो गई है। मामले की शिकायत पर स्वंय जिला कलेक्टर आशीष सक्सेना सोमवार सुबह बामनिया पहुंचे जिन्हें लोगों ने निर्माण हुए मार्ग से होने वाली समस्याओं, पानी की निकासी और बरसों पुराने नाले का नवनिर्माण नहीं किए जाने के मामले से अवगत करवाया।
पानी की निकासी नहीं, बढ़ी परेशानी-
जिस सहदयता से प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चौहान ने पीडि़त पिता राजेन्द्र भटेवरा के आग्रह पर ग्राम में सुविधा के रूप में बरसों से जर्जर नारेला रोड के नवीन सीमेंट कांक्रीट रोड बनाए जाने की सौगात दी थी। उसके ठीक विपरीत इस मार्ग का निर्माण येनकेन तरीके से पूरा कर ग्रामवासियों सहित पीडि़त परिवारों के भी बेहतर सडक़ निर्माण के स्वप्न को धूमिल कर दिया। इस मार्ग के निर्माण में पानी की निकासी नहीं हो पाई जिस कारण सडक़ से नीचे रहे घरों में वर्षाकाल का पानी घुसने की स्थिति बन गई।
पानी निकासी का मुख्य स्त्रोत नाला ही नहीं बनाया-
मुख्य चौराहे के ही समीप लगभग 50 वर्षो से स्थित नाला, जो कि लगभग आधे ग्राम की आबादी के लिए घरों के पानी की निकासी के लिए उपयोगी बना हुआ है, जिसका निर्माण प्रशांत-प्रिंस सीसी रोड निर्माण के दौरान होना था किन्तु लोगों की ज्वंलत समस्या को विभागीय अनदेखी के कारण इस नाले का निर्माण नहीं किया गया। नाले के आधे भाग पर अतिक्रमित दुकान होने से नाला निर्माण नहीं किया जाना विभाग की कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे में है, जबकि स्वंय कलेक्टर ने नाले के आधे भाग पर स्थित अतिक्रमित दो दुकानों को देखा है। नाले की उपयोगिता को भी कलेक्टर ने इस नाले को आगे तक के भाग को रूबरू देखा। इस नाले का निर्माण नहीं किए जाने से सैकड़ों घरों के पानी की निकासी बंद होने की कगार पर आ गई है साथ बारिश के समय स्थिति और गंभीर रूप ले लेगी।
हुआ घटिया निर्माण-
मार्ग का निर्माण नियमानुसार जीरो पाइंट मुख्य चौराहे मां अम्बिका मंदिर प्रांगण से नहीं करते हुए नारेला रोड के अंतिम छोर टंकी मोहल्ले से किया गया। सीमेन्ट का ब्रांड भी श्री नामक सीमेंट का रखा जिसे शायद बहुत कम लोग जानते है जिसकी गुणवत्ता निर्माण के ठीक बाद ही स्पष्ट दिखाई दे रही है निर्माण के ठीक बाद ही इस पूरे मार्ग पर कई जगह सीसी रोड में बड़ी बड़ी दरारे दिखाई दे रही है। मार्ग का निर्माण स्टीमेट अनुरूप नहीं करते हुए येनकेन इस मार्ग को पूरा करने का प्रयास किया गया।
जांच से होगा खुलासा-
पेटलावद ब्लॉस्ट हादसे में दिवंगत बामनिया के लाड़लों की स्मृति में स्वंय मुख्यमंत्री ने बामनिया में जिस मार्ग की सौगात दी थी उसके निर्माण की यदि उच्च स्तरीय जांच हो तो इस मार्ग की घटिया गुणवत्ता, अनियमितता और भ्रप्टाचार का खुलासा हो सकेगा।
इनका कहना है-
पेटलावद ब्लास्ट हादसे मैं मेरा एकमात्र पुत्र दिवंगत हो गया था जिसकी स्मृति में मैंने मुख्यमंत्री से ग्राम के बरसों से जर्जर हो नारेला सडक़ मार्ग को बनाए जाने की मांग की थी जिसे सहदयता से मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया था किन्तु संबंधित विभाग और रोड निर्माण के ठेकेदार ने मनमाने तरीके से रोड निर्माण किया और रोड निर्माण के दौरान नाले का निर्माण भी नहीं किया जिस कारण से पानी की निकासी की गंभीर समस्या उत्पन्न होगी। नाले पर स्थित अतिक्रमण की दुकानों को बचाने की आड़ में विभाग ने जान बूझकर नाले का निर्माण नहीं किया है जिसका खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ेगा।                                -राजेन्द्र भटेवरा, नागरिक
रोड का निर्माण घटिया तरीके से किया गया है। कई स्थान पर रोड में दरारे पड गई है। पानी की निकासी के लिए रोड के दोनों ओर नाली निर्माण किया जाना था साथ ही मुख्य चौराहे के समीप स्थित नाले का निर्माण किया जाना चाहिए ताकि लोगों को आगे चलकर पानी की निकासी की समस्या से दो चार न होना पड़े।
                                       -सत्यनारायणसिंह गौड़, पूर्व उपसरपंच
रोड निर्माण के दौरान हमारे घरों के सामने गड्ढानुमा हिस्सा बना दिया है जहां पर बारिश के अलावा आगे के सभी घरों का पानी भी हमारे घर में घुसने की स्थिति बनती दिखाई दे रही है। साथ नाला निर्माण नहीं होने से नाले के पास ही हमारा घर स्थित होने से गंदा पानी भी हमारे घर में घुसने की आशंका बन रही है। यह सारी समस्या मैंने स्वंय कलेक्टर को मौके पर दिखाते हुए बताई है।
                                             -श्रीमती मंगला मकवाना, नागरिक
बोले जवाबदार-
शासन के निर्देश है कि कीचडमुक्त ग्राम होना चाहिए, पानी की निकासी हेतु नाला निर्माण का कार्य भी स्टीमेट में लेकर किया जाएगा।
                                       – आशीष सक्सेना, कलेक्टर झाबुआ

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