प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान झाबुआ मे फ्लाॅप: कलावती भूरिया

May

झाबुआ। प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती से स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की है। जिसे दो वर्ष से भी अधिक समय हो चुका है, लेकिन यह अभियान शहर में पूरी तरह से फ्लाॅप साबित हुआ है। तालाबों की सुध लेने की फुर्सत नगर पालिका को नहीं है। जगह-जगह कूड़ा-करकट एवं गंदगी के ढेर लगे है। नगरपालिका अध्यक्ष के वार्ड में भी सफाई का अभाव है। यह आरोप जिला पंचायत एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया ने लगाया है। भूरिया ने बताया कि स्वच्छता अभियान की यहां पो-बारह हो रहं है। नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर सीएमओ एवं जवाबदार अधिकारी-कर्मचारी पूरी तरह से लापरवाह बने हुए है। शहर में स्वच्छता की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। षहर के बाजारों में कचरा बीनने के लिए निकलने वाले वाहन भी अब यकायक नदारत हो गए है। नाले-नालियों में गंदगी जमा होने के साथ सार्वजनिक जगहों पर कूड़ा-करकट एवं गंदगी का अंबार लगा रहता है।  भूरिया ने आगे कहा कि जिनमें मच्छर पनप रहे है, जो लोगों को बीमार कर रहे है वहीं बदबू के कारण भी जीना मुहाल हो रहा है। यह सब देखकर भी नगरपालिका अनजान बनी हुई है। नगरपालिका अध्यक्ष के वार्ड में ही राजगढ़ नाके पर कृषि विज्ञान केंद्र के बाहर कूड़ा-करकट का ढ़ेर लगा रहता है। शिकायतों के बावजूद भी नपा अध्यक्ष एवं नपा अधिकारियों के कानो में जूं तक नहीं रेंगती है।
तालाब गदंगी से पटे – वहीं शहर के चारांे तालाब भी वर्तमान में पूरी तरह से गंदगी से पटे पड़े है। बड़ा तालाब में गंदगी जमा है, तो छोटा तालाब का पानी बदबू मार रहा है। वहीं मेहताजी के तालाब की वर्षों से सफाई नहीं हुई है। मत्स्य विभाग का तालाब पूरा कांजी से पटने से इसका रंग हरा हो गया है।
सफाई व्यवस्था ध्वस्त – भूरिया ने कहा कि नपा अध्यक्ष, सीएमओ एवं अन्य जवाबदार अधिकारियों की लापरवाही से शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और शहरवासी त्रस्त हो रहे है। उन्होंने कहा कि यदि अतिशीघ्र सफाई व्यवस्था को नगर ालिका द्वारा दुरस्त नहीं किया जाता है तो कांगे्रस शहरवासियो की समस्याओ को देखते हुए इस संबंध में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।