पोस्ट ऑफिस घोटाला कर भागे मोन्नत दंपत्ति दो वर्ष बीतने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
दो वर्ष पूर्व करोड़ों के बहुचर्चित पोस्ट ऑफिस घोटाले के आरोपी दंपत्ति के खिलाफ न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। गरीब लोगों की अपनी खून-पसीने और मेहनत से जीवनभर की कमाई गई पूंजी को खाने वाले को पोस्ट ऑफिस एजेंट दंपत्ति को अभी तक पुलिस पकडऩे में नाकामयाब रही है। इसके बाद पुलिस ने प्रकरण न्यायालय में पेश किया जहां से दोनो दंपत्ति श्रैणिक मुणत व आशादेवी मुणत के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया है।
दरअसल, पिछले दो वर्ष पूर्व पेटलावद के पोस्ट आफिस में काफी समय से तत्कालीन पोस्ट आफिस एजेंट व अधिकारी-कर्मचारियों की सांठ-गांठ के चलते खाताधारको के खातो से करोड़ो की हेराफेरी सामने आने पर हड़कंप मच गया था। पीडि़तों ने पेटलावद पुलिस, रतलाम डाक मुख्यालय, जनसुनवाई सहित वरिष्ठ अधिकारियों को संपूर्ण विवरण सहित शिकायते भी दर्ज कराई थी। लगभग 44 शिकायतकर्ताओं के कथन अंकित कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता कथित एजेंट आशादेवी मौन्नत के पुत्र संदीप श्रेणिकलाल मौन्नत सहित पोस्ट ऑफिस के बाबू और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन आज दो साल बीत गए आशादेवी और उसके पति श्रेणिकलाल मौन्न्त को अभी तक पुलिस पकडऩे में नाकामयाब साबीत हुई है।
पुलिस के अनुसार गत दो वर्षो से फरार मूणत दंपत्ति का पता नही लगने पर पेटलावद पुलिस ने अनुसंधान कर न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया। इस पर सहायक जिला अभियोजन अधिकारी रविप्रकाश राय ने न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग की थी। इसके बाद फरार दंपत्तियों के खिलाफ वारंट जारी किए गए है।
इसके बावजूद मणूत दपंत्ति नही मिलते है तो इंनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की मांग न्यायालय से की जाएगी। इस संबंध में शीघ्र ही नियमानुसार पुलिस कदम उठाएगी। गौरतलब है कि एक और पीडि़त न्यायालय में वाद लगाकर अपनी मेहनत की पंूजी को वापस लेने लिए लड़ रहे है और दूसरी और इन साजिशकर्ताओं के फरार रहने से फरारी का फायदा उठाकर जो चाहा वह कार्य करा रहे है।
जिसके कारण पीडि़तों की जीवनभर की पंूजी वापस आने की राह नही दिख रही है। अब लोगों के मन में यही सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस ने भी इन साजिशकर्ताओ से सांठगांठ तो नही कर ली। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में गरीबों की जीवनभर की कमाई खाने वाला संदीप एशो-आराम से रह रहा है।