-बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने वाहन खड़े होने सेे अक्सर मुख्य मार्ग तक ट्रैफिक जाम होता है।
झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
नगर की यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है न तो कोई नियंत्रण करने वाला न कोई व्यवस्थित तरीके से वाहनों को खड़ा करने वाला, जिसकी जहां मर्जी हुई वहां वाहन खड़े कर दिए, जिसे जहां अच्छा लगा वहां दुकान लगा दी। दुकानें दुकान में कम रोड पर ज्यादा चलती है। मुख्य मार्ग बामनिया रोड से लेकर रायपुरिया रोड तक का मार्ग बडी ही विषम स्थिति में है, यहां कहीं टेम्पो खड़े तो कहीं बसे खड़ी तो कही आधे रोड तक दुकाने तो कही सब्जी के ठेले खड़े है तो कही मोटर साइकिलों की लाइन रोड पर लगी रहती है, इन सब परिस्थितियों के बीच राहगीरों और वाहन चालकों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पडता है जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है और झगड़ों की स्थिति निर्मित होती है। जवाबदार कोई भी अपनी जवाबदारी समझने को तैयार नहीं है न तो नगर परिषद न पुलिस महकमा न ही यातायात विभाग न राजस्व विभाग इस और ध्यान दे रहे है। इन परेशानियों का सामना सभी लोग कर रहे है किन्तु सुधार करने की दिशा में कोई प्रयास आज तक नहीं किए।
यातायात व्यवस्था को एसपी के निर्देश सुचारु न कर सके-
8 दिन पूर्व एसपी महेशचंद्र जैन पेटलावद जन संवाद कार्यक्रम में एसडीओपी और टीआई को शाम के समय नगर में भ्रमण कर यातायात व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए थे किन्तु आज 8 दिन बाद भी एसडीओपी और टीआई के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। इस दिशा में कोई कार्रवाई तो ठीक है एक बार भ्रमण कर के भी नहीं देखा। अब नागरिकों को एसपी पर ही भरोसा है कि वह ही 11 से 15 जनवरी के मध्य आकर बदहाल यातायात व्यवस्था को सुचारु कर सके। बैंकों के सामने वाहन रोड तक-
स्टेट हाईवे और अस्थाई बस स्टेंड़ के सामने बैंक ऑफ बडौदा,नर्मदा झाबुआ बैंक, स्टेट बैंक आफ इंडिया और बामनिया रोड पर बैंक ऑफ इंडिया है इनके सामने वाहनों की संख्या इतनी अधिक होती है की कई बार तो वाहन मुख्य मार्ग तक रखे रहते है और बैंक प्रशासन इस और ध्यान नहीं देता है। बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थिति ज्यादा खतरनाक है जहां पार्किंग होना चाहिए वहां बैंक जनरेटर रखा है और एक चाय की होटल संचालित हो रही है, रोड पर ही वहीं वाहन मुख्य मार्ग पर खडे रहते है, जबकि बैंक प्रशासन की जवाबदारी बनती है कि वाहनों को पार्किंग की उचित व्यवस्था प्रदान करें, जगह होने के बावजूद भी स्थान नहीं दिया जा रहा है और मुख्य मार्ग प्रभावित हो रहा है। पुराना बस स्टैंड पर बदहाल व्यवस्था-
पुराने बस स्टैंड पर सडक़ के दोनों ओर सब्जी ठेले और सब्जी वाले बैठे रहते है जहां सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पडता है जहां शाम व सुबह के समय स्थिति बहुत ही भयानक हो जाती है। नगर परिषद द्वारा सब्जी मंडी की व्यवस्था नहीं करने के कारण मुख्य मार्गों पर ही सब्जी वाले बैठते है, जो कि यातायात व्यवस्था में ओर अधिक बाधा उत्पन्न करते है। नागरिकों ने कई बार मांग की है कि सब्जी मंडी के लिए उचित स्थान तय कर सब्जी विक्रेताओं को स्थान दिया जाए किन्तु आज तक कोई सार्थक पहल नहीं हो सकी। नगर परिषद के द्वारा सब्जी मंडी के लिए बनी 48 दुकानों पर अन्य व्यवसाय संचालित हो रहे हैं। परेशानों की जुबानी- नगर की यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे है जब भी अतिक्रमण हटाया गया और यातायात व्यवस्थित करने के प्रयास किए गए केवल रस्म अदायगी हुई है, उनका फॉलोअप कभी नहीं लिया गया जिस कारण व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है। – जितेंद्र कटकानी, सामाजिक कार्यकर्ता नगर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए सख्त रूख अपनाना होगा और उसे सतत जारी रखना होगा तभी मुख्य मार्ग पर व्यवस्था सही रही सकती है अन्यथा परेशानी वहीं रहेगी। -राजू राठौड, नागरिक सब्जी मंडी का आज तक सही तरीके से कोई निर्णय नहीं हो पाया है, जिस कारण मुख्य मार्गों पर ही सब्जी की दुकाने दिख रही है। नगर परिषद इस मामले में आज तक कोई सार्धक कदम नहीं उठा पाई है। -नंद किशोर सोलंकी, एडवोकेट. जिम्मेदार बोल- एसडीएम साहब छुट्टी पर गए है उनके आते ही मुहिम प्रारंभ की जाएगी, उनको साथ रखना जरूरी है। हमारे द्वारा मुहिम चला कर व्यवस्था सुधारी जाएगी। – लोकेंद्रसिंह राठौर, टीआई