एक ऐसा गांव जहां अलसुबह से लेकर भरी दोपहरी & देर रात तक हर कोई जान जोखिम में डालकर सिर्फ पानी ढोने के काम मे जुटता है

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
तहसील मुख्यालय से 22 किमी दूर ग्राम पंचायत देवली के निवासियों की सुबह से शाम पेयजल की जुगत में बीत रही है। पंचायत क्षेत्र के सभी 30 हैंडपंप दम तोड चुके है। ग्रामीणो की समस्या देख पंचायत ने टैंकर से पेयजल वितरित किए लेकिन भुगतान के लिए जनपद अधिकारियों द्वारा इनकार करने के बाद उसे बंद कर दिया गया है। ऐसे में आमजन की तकलीफे और बढ गई है। अब ग्रामीणों को चिंता सता रही है अभी यही हाल है तो मई जुन की भीषण तपन में वे अपने और मवेशियों के प्यासे कंठ कैसे तृृप्य कर पाएंगे। इधर जिम्मेदार पीएचई विभाग सुप्त दिखलाई पड़ रहा है। ग्राम पंचायत के देवली सहित आसपास के फलियों में स्कूली बच्चे, महिलाए और पुरूषो की दिनचर्या केवल पानी के लिये भटकने की बन गई है। पंचायत क्षेत्र में लगे सभी हैंडपंप दम तोड चुके है। ऐसे में कुछ निजी बोरवेल तथा नारायण पटेल के कुएं पर भारी भीड़ उमड़ रही है। कुएं में कतार बनाकर पानी बाहर निकालने के लिये मशक्कत करते ग्रामीणों के चेहरे पर परेशानी के भाव झलकतेे है। उन्हे चिंता भी सताती है कि कुएं में से इस तरह पानी निकालने में कोई हादसा न हो जाए। 

कैसे बुझाएं अपनी प्यास
हमीरगढ़ रोड़ स्थित एक निजी कुएं पर लगी भीड देखकर सहसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पेयजल के लिए लोगों में भोजन से ज्यादा पेयजल की है। महिलाएं और पुरूष बच्चों के साथ यहां बर्तन लेकर कतार लगाकर पानी निकालने की मशक्कत करते है। यहां पर ग्रामीण महिला कैलाशीबाई ने बताया कि हमारे ग्राम मे पानी की खूब समस्या आ रही है। कोई ध्यान नही दे रहा है। ग्राम की अमरीबाई ने बताया कि पंचायत क्षेत्र में पेयजल की समस्या है। लोग कुएं एवं निजी बोरवेल वाले के यहां से पानी ला रहे है। ग्राम के कोदरसिंह भाभर ने बताया कि ग्राम की समस्या को लेकर वे कलेक्टर, विधायक, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सहित सभी जिम्मेदारों को अवगत कराया है, लेकिन कही कोई सुनवाई नही हो रही है।

एक माह टैंकर चला फिर बंद
मार्च माह से पेयजल की किल्लत शुरू हो गई थी तब ग्राम पंचायत ने समस्या के निदान के लिये यहां टैंकर चलाकर पेयजल की आपूर्ति की थी। लेकिन बताया जाता है उक्त टैंकर के किराये का भुगतान संबंधी मामले पर जनपद से निर्देश लेने गये सरपंच सचिव को स्पस्ट शब्दो में सीइओ महेन्द्र घनघोरिया ने भुगतान को रोकते हुए टैंकर से पानी नही देने के निर्देश दिये। इसके बाद ग्राम पंचायत ने टैंकर को बंद कर ग्रामीणो को अपने हाल में परेशान होने के लिये छोड़ दिया। 

क्या कहते है जिम्मेदार
ग्राम पंचायत में पेयजल की दिक्कत सभी 30 हैंडपंप के सुख जाने के कारण बढ़ गई है। वर्तमान में निजी कुएं से पानी लाकर ग्रामीण अपना और मवेशियों की प्यास बुझा रहे है। इस मामले में जेसे भी निर्देश वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त होगे ए व्यवस्था की जाएगी। -गोपाल गामड़, सरपंच देवली

ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए ग्राम में टैंकर से पानी वितरीत किया जा रहा थाए। भूगतान संबंधी परेशानी और वरिष्ठों के निर्देश पर यह व्यवस्था बंद कर दी है। – हेमराज मेड़ा एसचिव. देवली

पेयजल की दिक्कत की सूचना पर वरिष्ठ अधिकारी से साथ मैंने ग्राम देवली का दौरा किया था वहां 2 जगह पर सिंगल फेस पंप के साथ 4 हैंडपम्प चल रहे है। -टीएस बामनिया, उपयंत्री पीएचई

पंच परमेश्वर की राशि मे से टैंकर पर भुगतान के लिए पोर्टल पर कोई ऑप्शन नही नही आ रहा है। जिससे परेशानी आ रही है। ऐसे में पीएचई को हैंडपम्प को सुधारने के लिए पत्र भी लिखा है। -महेंद्रसिंह घनघोरिया, सीईओ पेटलावद

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