नैशनल कराते शोतोकान स्पर्धा में प्रतिभाशाली बालिका गायत्री पाटीदार ने मुंबई में दो गोल्ड मेडल जीतकर मप्र को किया गौरवान्वित

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झाबुआ लाइव के लिए हरीश राठौड़/बलराम पाटीदार की रिपोर्ट-
बरवेट की होनहार छात्रा गायत्री लक्ष्मीनारायण पाटीदार अपने भाई की शादी को छोडक़र 4 फरवरी को मुंबई में होने वाली कराते स्पर्धा में भाग लिया। गायत्री पाटीदार के एक भाई की शादी 3 फरवरी हो चुकीहै और दूसरे भाई की शादी 7 फरवरी को होन वाली उसी में शरीक होने के लिए वे गांव पहुंची। गायत्री पाटीदार ने मुंबई में झाबुआ जिले का नाम रोशन किया और उन्होंने वहां पर कराते की स्पर्धा जीती। इसके बाद मुंबई में कराते स्पर्धा जीतकर जैसे ही अपने गृह ग्राम बरवेट लौटी तो पहले से ही पलक पावड़े बिछाए ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना न रहा वे बस स्टैंड पहुंचे और गायत्री के बस से उतरते ही पुष्पवर्षा कर ढोल-ढमाकों, मिठाइयां खिलाकर अपनी ग्राम की प्रतिभाशाली बेटी का दिल खोलकर स्वागत किया। होनहार छात्रा गायत्री ने मुंबई में बालिकाओं की 20 वर्षीय आयु समूह के ग्रीन बेल्ट में नैशनल लेवल शोतोकोन आर्ट में पांच मैच खेले जिसमें एक फाइट में गोल्ड मेडल जीता इसके बाद हुई काता कुमिते में दूसरा गोल्ड मेडल जीता। गौरतलब है कि झाबुआ जिले के इतिहास में कराते के शोतोकान स्पर्धा में यह पहला अवसर था कि जिसमें गायत्री पाटीदार ने इतिहास रचा और दो गोल्ड मेडल महाराष्ट्र राज्य के मुंबई में जीते। इस दौरान गायत्री पाटीदार ने बताया कि वे गरीब घर की बालिका है और स्पर्धाओं में खेलने के लिए उनके पास पर्याप्त राशि नहीं होने के चलते वे एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती है और उसके बाद सुबह शाम प्रैक्टिस करती है। उनका कहना है कि शासन की ओर दूसरे खेलों में प्रतिभाओं को निखारने के लिए लाखों-करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं लेकिन बालिकाओं की कराते शोतोकान स्पर्धा में उनके मध्यप्रदेश शासन और जिले की ओर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है जिससे उन्हें प्रैक्टिस करने में काफी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि वे बालिकाओं के लिए विभिन्न योजनाएं प्रदेश में चला रहे हैं तो अब उन्होंने महाराष्ट्र के मुंबई में दो गोल्ड मेडल जीते हैं जिसमें मध्यप्रदेश व झाबुआ जिले का नाम रोशन किया है तो उन्हें चाहिए कि मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार उनके खेल को और निखारने के लिए आर्थिक मदद दे ताकि वे कराते के शोतोकॉन में भारत देश का नाम विश्व पटल पर रोशन कर सके। एक जानकारी में गायत्री पाटीदार ने बताया कि वे अभी कराते शोतोकॉन के ग्रीन बेल्ट में है और अक्टूबर में गोवा में नैशनल लेवल की चैम्पिनशीप में ब्लैक ब्लेट के लिए खेलेगी जिसमें प्रैक्टिस की एक अदद जरूरत है। साथ ही उन्होंने बताया कि अपनी खेल प्रतिभा को निखारने के लिए प्रैक्टिस के साथ वे डीसीए कर रतलाम के श्री अरिहंत कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एज्यूकेशन रतलाम से कर रही है और वे पढ़ाई के खर्च के साथ प्रैक्टिस खर्च स्वयं फोटो एडिटिंग-वीडियो मीक्सिंग का कार्य कर वहन कर रही है। अगर उन्हें प्रदेश सरकार से खेल के लिए मदद मिलती है तो वे जापान ग्रेड बेल्ट थर्ड डोन स्पर्धा में भाग लेकर देश का गौरव बढ़ाएगी। साथ ही मई में ब्लैक बेल्ट की स्पर्धा में हिस्सा लेगी। प्रतिभाशाली गायत्री पाटीदार कराते शोतोकान के ब्राउन बेल्ट में अभी खेल रही है। शासन को चाहिए कि वे उनकी महत्वाकांक्षा को पूरा करे ताकि वे अपनी आने वाली प्रतियोगिताओं को जीत सके। गायत्री पाटीदार ने बताया कि वे झाबुआ जिले में बालिकाओं को सेल्स डिफेंस की ट्रेनिंग देना चाहती है इसके लिए वे भविष्य में अपना प्रैक्टिस सेंटर जरूर खोलेंगी।

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