नगर परिषद थांदला ने बैली डांस के नाम पर परोसी जमकर अश्लीलता

May

झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
55वां विजयादशमी मे आयोजित कार्यक्रम ने एक ओर जहां काव्य प्रेमियों को नाराज किया वही दूसरी ओर बैली डांस के नाम अश्लिीलता परोस कर नगर के स्वच्छ वातावरण का प्रदूषित करने मे कोई कसर नही छोड़ी। धार्मिक एवं सामाजिकता को प्रदर्शित करने वाला एक मात्र विजयादशमी मवेशी मेला जिसका आयोजन जिले मे सिर्फ थांदला नगर में किया जाता है एवं जिसमे जिले के अलावा राजस्थान व गुजरात के लोगो द्वारा हिस्सा लिया जाता है। परन्तु नगर परिषद द्वारा ऐसे सांस्कृतिक मंच पर दुबई के अश्लील डांस बैली की प्रस्तुति करवा कर नगर की गरिमा को शर्मसार कर दिया। नगर परिषद द्वारा करवाये गये इस आयोजन पर नगर सभ्यजनों ने इस पर अपना विरोध जताया व दुबारा इस तरह के आयोजन न करने कि हिदायत दी।
निमत्रंण पत्र पर उल्लेख किया दुबई का प्रसिद्ध नृत्य
परम्परागत रुप से प्रतिवर्ष रावण दहन दशहरे के अगले दिन कवि सम्मेलन का आयोजन नगर परिषद द्वारा किया जाता रहा है मगर नगर के एवं आस पास से काव्य पाठ को सुनने पहुंचने वाले श्रोताओं को हताषा हाथ लगी जब कवि सम्मेलन निरस्त कर आरकेस्ट्रा का आयोजन परिषद द्वारा करवाया गया हालांकि बिते 4 सालों मे कवि सम्मेलन भी अश्लिलता परोसने वाले कवियों की वजह से फ्लाप ही साबित हुए थे मगर इस बार परिषद ने अश्लील बैली डांस करवा कर अपनी मानसिकता से जनता को रुबरु करवा दिया। नगर परिषद द्वारा दुबई के प्रसिद्ध डांस के नाम से बेली डांस को अपने निमंत्रण पत्र में हाई लाईट भी करवाया ताकि इस नाम पर भीड़ इक्क_ी की जा सके।
शर्मसार हुए उपस्थित जन
खचाखच भरा पांडाल नगर नगर परिषद द्वारा करवाये जा रहे आयोजन को देख रहा था बीच में हुए बैली डांस के साथ ही धीरे-धीरे खाली होता नजर आया वरिष्ठ एवं वृद्धजन शर्मसार होकर बाहर निकल गये तो महिलाएं भी अपनी अपनी कुर्सियां छोड़कर बाहर का रास्ता तलाशने पर मजबूर हो गई।
कार्यक्रम मे भाजपा के जिलाध्यक्ष दौलत भावसार, विधायक कलसिंह भाबर सहित कई भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे लेकिन किसी के भी द्वारा इस तरह के नृत्य पर विरोध प्रकट नही किया उसके विपरित जहां कवि सम्मेलन या अन्य आयोजनों के बीच मे से ही गायब हो जाने वाले अतिथि कार्यक्रम मे अंतिम प्रस्तुति तक उपस्थित रहे। नगर परिषद उपाध्यक्ष संगीता सोनी ने भी नगर परिषद द्वारा करवाये गये इस आयोजन कि निंदा करते हुये कहा कि पारम्परिकए सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ही आयोजन सार्वजनिक स्थानों पर किया जाना चाहिए, नगर परिषद द्वारा मेले को लेकर बनाई गई किसी भी रुपरेखा एवं कार्यक्रमों मे सम्मीलित न होने का कारण ही यही है कि नगर परिषद मे निर्णय मनमाने ढंग से एवं बेतूके लिये जाते है। महिला अध्यक्ष होते हुए अमर्यादित कार्यक्रम का आयोजन किया जाना अशोभनीय है।
बैली डांस के माध्यम से कि जा रही अश्लील प्रस्तुति के समय ही नेता प्रतिपक्ष अक्षय भट्ट ने उसे बंद करवाने व दोबारा ऐसी प्रस्तुति न कि जाये ऐसी हिदायत कार्यक्रम संचालनकर्ता को दी व कहा कि बीते 55 वर्षो मे एसे आयोजन नहीं हुआ। कार्यक्रम के प्रस्ताव के समय भी हम काग्रेसी पार्षदों द्वारा इस आयोजन को लेकर विरोध दर्ज किया था यह पूरी तरह से नगर के रुपयों का दुरुपयोग है। भाजपा के जिलाध्यक्ष एवं विधायक के सामने ऐसे आयोजन हुए पर फिर भी उनका विरोध नही देखा गया। भाजपा जो चाल चलन एवं चरीत्र की बात करती है उसी की परिषद ऐसे अश्लील नृत्य खुले मंच से करवा कर सभी को शर्मसार किया है। जिससे भाजपा के इन आयोजनकर्ताओं पर सवालियां निशान लग गए। बीजेपी जिलाध्यक्ष दोलत भावसार ने कहा कि नगर परिषद ने जनता की भावनाओ को देखकर यह बैली डांस आयोजित करवाया था ओर मुझे इसमे अश्लीलता नजर नही आई जबकि थांदला विधायक कलसिंह ने कहा कि आयोजन मे जाकर अब मुझे ग्लानि महसूस हो रही है