दशकों से लगे पुराने विद्युत तार टूटकर गिर रहे रिहायशी इलाकों में, दुर्घटनाओं को खुला न्योता, एमपीइबी के जिम्मेदार मौन

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पिटोल (भूपेंद्रसिंह नायक)।

इस तरह बरसों पुराने तारों को पूरे पिटोल में जोड़ रखा है

यूं तो चुनावी साल होने के कारण भाजपा सरकार सडक़, पानी, बिजली की व्यवस्था के नाम से जोर-शोर से ढिंढोरा पीट रही है ।भाजपा सरकार के बड़े नेता से लगाकर छोटे स्तर तक का कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सरकार के काम का बखान कर रहा है परंतु इसके विपरीत जहां सरकार ग्रामीण क्षेत्रों को सक्षम बनाने के लिए करोड़ों रुपए वाहन कर रही है। वही प्रशासनिक अधिकारी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगा से बाज नहीं आ रहे हैं, जिससे सरकार और भाजपा नेताओं किए वादों जमीनी स्तर पर जमकर खिल्ली उड़ रही है।
सरकार के वादों और जमीनी स्तर पर कार्यों का सरकारी अमला मप्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड किस तरह पलीता लगा रहा है जिसकी बानगी पिटोल में देखने को मिली, जहां पेट्रोल में कई वर्षों से पुरानी लाइट की लाइन बिछी है एल्यूमिनियम के तार भी काफी पुराने हो गए हैं आए दिन चालू विद्युत प्रवाह में लाइट के तार टूट कर नीचे गिर जमीन पर गिर जाते हैं, हादसों को खुला न्योता दे रहा है। बारिश का मौसम है और बार-बार विद्युत तार टूटने से मेन बाजार, पंचाल मोहल्ला व चौकी क्षेत्र के लोग खौफजदा है। जब भी यहां विद्युत तार टूटते हैं लाइनमैन उन्हें पुराने तारों को वापस जॉइंट मारकर छोड़ देते हैं परंतु इतने पुराने तारों को बिजली विभाग द्वारा नए तार नहीं डाले जाते हैं जहां गांव में जगह-जगह तार झूल रहे हैं वहां बांस की लकडिय़ों को को बांधकर आपस में टकराते तारों को रोक नहीं पा रहा है। बिजली विभाग जिसके कारण तार टकराने से बरसात के मौसम में बिजली फाल्ट होती है और लोगों के घरेलू उपकरण लैपटॉप, कंप्यूटर, फोटो कॉपी की मशीन, वाशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर व समस्त प्रकार के घरेलू विद्युत उपकरणखराब हो रहे हैं जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है जगह-जगह तार तार पर बड़े-बड़े पेड़ों की शाखाओं से उलझ रहे हैं। वहीं बरसात से पहले भी पेड़ों को काटा है ना ही जुडे तारों का मेंटेनेंस किया तो और समय रहते हैं मेंटेनेंस नहीं हुआ तो पिटोल में बड़ी जन-धन की हानि होने की आशंका है और इसकी समस्त जवाबदारी एमपीइबी की होगी।
5 केवीए का ट्रांसफार्मर फिर भी हालात जस के तस-
पिटोल में जबसे ग्रिड बना है तब से वॉल्टेज अप-डाउन की समस्या बनी हुई है परंतु अभी कुछ दिन पूर्व इस समस्या से निजात दिलाने के लिए विद्युत विभाग ने 5 केवीए का बड़ा ट्रांसफार्मर लगाने के बाद भी वॉल्टेज की समस्या वैसी की वैसी बनी हुई है जिसके कारण कंप्यूटर ऑपरेटर करने पर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वॉल्टेज बढऩे से कंप्यूटर आदि उपकरण अचानक बंद हो जाने से डाटा सेव नही होता है हार्डडिस्क फाल्ट होने का डर बना रहता है।
32 गांव दो लाइनमैन के भरोसे-
पिटोल के आसपास 32 गांव 128 फलिये है 12 ग्राम पंचायतों 17 हजार उपभोक्ताओं के लिए विद्युत विभाग द्वारा मैंटेनेंस के लिए केवल दो ही लाइन में नहीं जिसमें एक लाइन में संविदा कर्मी है तो एक अस्थाई है। इतने बड़े क्षेत्र के लिए लाइनमैन पर जमकर लोड है और अब बारिश के मौसम में परेशान जनता है। इसके विपरीत विभाग केवल भारी भरकम बिजली उपभोक्ताओं को थमा रहा है परंतु सेवाओं के नाम पर वह फिसड्डी साबित हो रहा है। हालत यह है कि जरा सी हवा एवं थोड़ी सी बरसात आने पर रात रात-रात भर बिजली बंद रहती है। क्योंकि यहां रात्रि को अस्थाई लाइन में नहीं रहता है जिसके कारण पिटोल आसपास के गांव के ग्रामीणों को अंधेरे में मच्छरों के साथ रात गुजारना पड़ती है।
जिम्मेदार बोले
अभी हम सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों की लाइनों को देख रहे हैं। सौभाग्य लक्ष्मी बिजली माफी वाली योजनाओं पर काम कर रहे हैं। पिटोल में समस्याओं को भी दिखाते हैं। भारत सरदाना, जेई झाबुआ

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