थांदला रितेश गुप्ता की डायरी – नववर्ष आमजनो में नई उम्मीदे एवं नये उत्साह को लेकर आया। आम जन को उम्मीद इस बात की है कि बीते कई वर्षो से बनी नगर गंभीर आवश्यकता को शासन, प्रशासन एवं जन प्रतिनिध्ीियो द्वारा पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
यह है वे जरुरते
क्या मां पद्मावती प्रदूषण मुक्त होगी अथवा प्रदूषण मुक्ति के नाम पर चोचले बाजी चलती रहेगी। लगभग 30 वर्षो पूर्व प. हीरालाल शास्त्री द्वारा नगर की जीवन दायनी पद्मावती नदी को प्रदूषण से मुक्त कर नगर की आने वाली पीढी को एक अच्छी सोगात देने हेतु चलाई गई मुहिम के बाद अनेक नगर परिषद अध्यक्षो समाजसेवियों द्वारा भी इस हेतु छोटी मोटी पहल के साथ आश्वासन भी दिए जाते रहे। लगभग 2 वर्ष पूर्व स्थानीय बोहरा समाज के तत्कालीन आमील शेख की पहल पर नगारिकों द्वारा इस हेतु सार्थक पहल भी की गई किन्तु कुछ लोगो के व्यक्तिगत स्वार्थो एवं हितों के चलते एक अच्छे संक्ल्प की भू्रण हत्या हो गई एवं मां पद्मावती अपने आचंल मे नगरवासीयों छोडे गये अपशिष्ट पदार्थो ,गंदे नाले के पानी अपने किनारे पर अवैध रुप से ईट भट्टा संचालकों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी के कारण अपनी दुर्दशा पर आसु बहाने को मजबूर है। निकट भविष्य मे ऐसी कोई आशा की किरण नही दिखाई देती कि पद्मावती को स्थानीय स्तर पर कोई मुक्तिदाता मिलेगा।
बायपास
नगर के बीचोबीच होकर गुजर रहे बदनावर-लिमडी राज मार्ग के सूतरेटी चोराहा से लेकर खवासा चोराहे तक फैले एम जी रोड पर लगातार बड़ रहे यातायात के दबाव भारी वाहनों की आवाजाही के कारण लगातार हो रही दुर्घटनाओ दिन मे दस से अधिक बार लगने वाले जाम के कारण नगरवासी इस समस्या से त्रस्त हो चुके है वही किसी भयंकर हादसे की सम्भावाएं बनी रहती है। विगत 40 वर्षो से नागरवासियों द्वारा नगर से बाहर बायपास की मांग की जाती रही है ताकि राजस्थान गुजरात एवं प्रदेश के बडे क्षेत्रे यहा होकर गुजरने वाले ट्राफीक से निजात मिल सके । लगभग हर छोटे बडे चुनावों के समय जन प्रतिनिधियों द्वारा बायपास शीघ्र बनाने का आश्वासन भी दिया जाता है। प्रशासनिक स्तर पर इस हेतु अनेक बार सर्वेक्षण हो चुका है। फाईले वल्लभ भवन तक भी पहंुची है किन्तु मैदान मे कोई हलचल दिखाई नही दे रही। बताया जाता है कि बायपास के निर्माण रसुखदार लोगोे की बेशकीमती निजी भूमि आ रही है। संभवतः उनके द्वारा भी बायपास के काम मे अपने राजनैतिक सम्पर्को का उपयोग कर बायपास निर्माण के कार्य को प्रभवित किया जा रहा है।
पुलिस बल बढ़ाने की मांग –
नगर एवं क्षेत्र मे बढ़ती चोरियों ,दुर्घटनाओ एवं गंभीर अपराधों क संख्या व नगर के यातयात व्यवस्था के पूरी तरह चरमरा जाने के कारण लोगो को हो रही परेशानी को देखते हुए एवं विगत दिनो नगर के मुख्य मार्ग पर रात्रि के 9 बजे के लगभग ही एक युवा किराना व्यापारी की लूट के इरादे से हत्या लुटेरों द्वारा हत्या किये जाने के बाद से नगरवासियों मे पुलिस बल की कमी को लेकर व्यापक आक्रोश है एवं नगरवासियों द्वारा पुलिस बल की संख्या मे बढोतरी की जाने की मांग भी सामुहीक रुप से नवागत जिला पुलीस अधिक्षक संजय तिवारी से करते हुए प्रदेश शासन को भी अवगत कराया गया है कि समास्या समाधान की नागरिकों की मांग पर नये वर्ष की शुरुआत मे ध्यान दिया जाएगा ऐसी अपेक्षा है।
आवारा मवेशियों से निजात की मांग
नगर मे वैसे तो विगत लंबे समय से आवारा मवेशी नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है उनके कारण अनेक दुर्घटनाए हो चुकी हे। अनेक वयोवृद्ध अपने हाथ पैर तुडवाकर स्थाई रुप से विकलांगता का जीवन जिने को मजबूर है किन्तु विगत वर्षो मे यह समस्या अपने विकराल रुप मे दिखाई दे रही है । ज्यादातर पशु मालिक दूध निकालने के बाद दुधारु पशुओ को नगर मे खुला छोड़ देते है नागरिक नगर परिषद से लेकर विधायक सांसद कलेक्टर मंंित्रयों तक से गुहार लगा चुके हैै किन्तु समस्या जस की तस बनी हुई है ।नागरिको की दृष्टि मे नगर परिषद एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा आवारा पशुओं को पकड़कर दुरस्थ किसी ऐसी गौशाला मे छुड़वाने की मांग की जा रही है जहा से पशुपालकों को किसी भी शर्त पर उनके पशु वापस न लौटाये जाए।
खेल मैदान
नगर का एक मात्र खेल मैदान दशहरा मैदान है। जहां खेल संबध्ंाी आयोजन कम होते है ओर शासकीय एवं राजनैतिक सभाए के साथ दशहरा का भी यही लगता है। इन आयोजनों के बाद मैदान अपनी मूल स्वरुप को खो देता है एवं खेल हेुत अनुकूल नही रहता है। मैदान मे गड्ढे हो जाते है एवं जब तक आयोजन चलते है तब तक खिलाडीयों के खेल भी प्रभावित होते है। नगर को एक अतिरिक्त स्थल की आवश्यकता है जहा या तो ये आयोजन हो सके या खेल मैदान के रुप मे उसे तैयार किया जा सके । ये सुविधा वर्ष मिल जाये तो नगर के खेल प्रेमियों के लिये यह एक महत्वपूर्ण सौगात होगी।
कृषि विद्यालय
नगर से मात्र 2 किमी दूर कुशलगढ रोड पर पद्मावती नदी के किनारे शासकीय कृृष फार्म खजूरी की बेशकीमती जमीन उपलब्ध होने के कारण क्षेत्र वासियों द्वारा लगभग 30 से अधिक वर्षो से विभीन्न सरकारो से एवं जिले मे आने वाले वरिष्ठ नेतागणों से वहा कृषि महाविद्यालय खोलनें की मांग निरंतर कि जाती रही है विगत लोग सभा उपचुनाव के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा इस कार्य को शीघ्र ही अमलीजामा पहनाने का आश्वासन दिया गया है किन्तु प्रशासनिक स्तर पर अभी तक कोई हलचल नही दिखाई दे रही है। नागरिकांेे कीख् पालको की मांग है कि कृषि महाविद्यालय आगामी शैक्षणिक सत्र से शुरु किया जाये ताकि विद्यार्थीयों को कृषि विज्ञान कि शिक्षा के लिये बाहर जा कर परेशानी न उठाना पडे ।
पलायन
पलायन इस क्षेत्र की गम्भीर समस्या बन चुकी है। जिसका बाजारों पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ग्रामीणजन के अभाव मे एवं सिंचाई हेतु पानी के अभाव मे वर्ष मे बहुत सा समय गुजरात एंव राजस्थान के क्षेत्रों मे पलायन कर वहा मजदूरी कर बिता रहे है। ग्रामीणों के इस पलायन के चलते नगर के बाजार भी सुने हो जाते है केवल त्योहारों एवं शादियों के समय ही बाजार मे रौनक दिखाई देती है बाकि समय बाजार एवं व्यापारीयों की स्थीती भी दयनीय बनी रहती है।इस वर्ष उम्मीद है कि पलायन पर रोेक हेतु शासन द्वारा गम्भीरता से कार्य करते हुए रुपरेखा बनाई जायेगी।
नवोदय विद्यालय – नवोदय विद्यालय के नवीन भवन हेतु भुमि का आंबटन हो चुका है पालको की मांग है नवोदय विद्यालय हेतु भवन निर्माण का कार्य शिघ्र प्रांरभ हो जाये व विद्यार्थियों को सर्व सुविधायुक्त भवन मिले
पेयजल
-नगर के दोनों छोर पर बह रही पद्मावती एवं नोगांवा नदी समय के पुर्व ही सुख चुकी है पद्मावती तो गंदे नाले मे बदल गई है एवं उस पानी का उपयोग मात्र ईंट भट्टा संचालक ही कर पा रहे है नगर को एक दिन छोड कर नगर के समिप के कुछ ट्यूब वेल व सात किलोमीटर दूर शिवसागर बांध का पानी ही पूर्ति कर रहा है। किन्तु नहर एवं नालों के माध्यम से आ रहा पानी फिल्टर किये जाने के बावजूद भी बीमारियों का कारण बन रहा है पाईप लाईन हेतु शासन द्वारा 14 करोड़ स्वीकृत किये जा कर उसकी इस हेतु एजेंसी भी नियुक्त कि जा चुकी है नागरिकों की मांग है कि प्रशासन व्यक्ति गत रुचि लेेकर काम को शीघ्र पूरा करवाये ताकि नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो ।
राजनीति –इस नववर्ष मे जिन प्रतिनिधियों को जनता ने चुन कर नगर एवं क्षेत्र के विकास की आस रखी है वे कूटनीति एवं फूटनीति से परे र्सिफ ओर सिर्फ आम जनों के हितों एंव क्षेत्र के विकास की ओर ध्यान देंगेे। ताकि भविष्य मे उनके द्वारा किए गए कार्यो के लिये उन्हें याद किया जाये न की उनके विवादों से ।