त्रिशला नंदन वीर की …. जय बोलो महावीर की ….. से गूंजा शहर

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6thandla2महावीर स्वामीजी की निकाली गई भव्य रथ यात्रा,
झाबुआ। तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामीजी का 2614वां जन्म कल्याणक महोत्सव गुरूवार को सकल जैन समाज द्वारा स्थानीय ऋषभदेव बावन जिनालय में राष्ट्रसंत आचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा की आज्ञानुवर्ती साध्वीरत्ना परम् पूज्य पुण्यदर्शना श्रीजी मसा आदि ठाणा-3 की पावन निश्रा में एवं सांसद दिलीपसिंह भूरिया के मुख्य आतिथ्य तथा विधायक शांतिलाल बिलवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, युवा कांग्रेस नेता डाॅ. विक्रांत भूरिया, एसडीएम अंबाराम पाटीदार के विषेष आतिथ्य में मनाया गया।
चांदी के रथ पर भगवान हुए विराजमान
ऋषभदेव बावन जिनालय से सकल जैन श्वेतांबर श्री संघ, वर्धमान स्थानक श्रीसंघ एवं तेरापंथ महासभा द्वारा संयुक्त रूप से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में भगवान महावीर स्वामीजी को चांदी के रथ में लेकर गौरव छाजेड़ बैठे थे। भगवान के सारथी के रूप में जीवनबेन पोरवाल रथ में बैठी थी। भगवान के दोनांे ओर जय छाजेड़ एवं हिमांशी छाजेड़ चंवर ढुला रहे थे। युवा वर्ग के पुनित सकलेचा, अभिषेक गौखरू, दिलीप सेठिया, जयेष संघवी, रिंकू रूनवाल, महेन्द्र मूथा, अमित मेहता आदि द्वारा भगवान का रथ खींचा जा रहा था। युवा वर्ग द्वारा जय-जय महावीर स्वामी, त्रिशला नंदन वीर की.. जय बोलो महावीर की, महावीर स्वामी का मूल सिद्धांत जियो और जीने दो… के नारे लगाए जा रहे थे। रथ के पीछे पूज्य साध्वीजी के साथ में श्राविकाएं चल रहीं थी। जगह-जगह भगवान के सम्मुख श्रीसंघ के सदस्यों ने अक्षत एवं श्रीफल से गहूली। रथयात्रा रूनवाल बाजार, चन्द्रशेखर आजाद मार्ग, राजवाड़ा चोक, लक्ष्मीबाई मार्ग होते हुए पुनः बावन जिनालय पर पहुंची।
तीर्थंकर महावीर स्वामीजी का 2614वां जन्म कल्याणक महोत्सव
जिनालय में सकल श्रीसंघ के सदस्यों द्वारा भगवान महावीर स्वामीजी के सम्मुख चैत्यवंदन की क्रिया पूज्य साध्वीश्री मसा ने संपन्न करवाई। चैत्यवंदन के पश्चात् महावीर स्वामी की महाआरती श्रीसंघ के पंकज मेहता द्वारा की गई। आरती के पश्चात भगवान का शांति कलष कर आत्म कल्याण के साथ विश्व कल्याण की प्रार्थना की। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। जन्म कल्याण महोत्सव समिति के प्रमुख अनिल रूनवाल ने बताया कि प्रातः से ही जिनालय में भगवान महावीर स्वामीजी के दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहीं। प्रातः भक्तामर स्त्रोत एवं गुरू गुण इक्कीसा पाठ के पश्चात् भगवान महावीर स्वामीजी का पंचामृत से अभिषेक किया गया। तत्पश्चात केसर पूजन की गई। आदिनाथ राजेन्द्र संगीत मंडल के विधिकारक ओच्छबलाल जैन द्वारा आदिनाथ पंच कल्याणक पूजन पढ़ाई गई। पूजन में भगवान को च्यवन, जन्म, दीक्षा, केवल ज्ञान एवं निर्वाण कल्याणक में अष्ट द्रव्य अर्पित किए गए। दीपक मुथा एवं निखिल भंडारी द्वारा समधुर स्तवन गाए गए।

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