झोलाछाप डाक्टरों के यहां छापामार कार्रवाई में एलोपैथिक दवाइयों का जखीरा बरामद

May
झोलाछाप ने प्लास्टर चढ़ा डाला।
झोलाछाप ने प्लास्टर चढ़ा डाला।

अलीराजपुर लाइव के लिए चंद्रशेखर आजादनगर से विशाल वाणी की रिपोर्ट-
नगर में 10 नवंबर की कार्रवाई के बाद बुधवार को एक बार फिर तहसीलदार नितिन चौहान और डॉ. हेमंत देवड़ा ने अपनी टीम के साथ झोलाछाप डॉक्टर के यहां छापा मारा कार्रवाई विकास खंड के ग्राम अमनकुआं और झोतराडा में की गई। कार्रवाई दौरान झोलाछाप फर्जी डॉक्टर तो फरार हो गए पर मौके से एलोपैथिक दवाइयों का जखीरा मिला है। डॉ देवड़ा ने बताता कि तहसीलदार नितिन चौहान के साथ हम ग्राम अमनकुआं गए वहां पर बाबू नामक एक बच्चे को फर्जी डॉक्टर ने बिना एक्सरे के पक्का प्लास्टर हाथ पर चढ़ा दिया था। बाबू के परिजनों ने बताया कि झोलाछाप ने पट्टा चढ़ाने के दो हजार रुपए ऐंठ लिए। इसके बाद बाबू के हाथ पर सूजन बढऩे लगा तो उसे आजाद नगर स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया।
दो माह बाद कार्रवाई के मायने-
10 नवंबर की कार्रवाई के बाद 5 झोलाछाप फर्जी डॉक्टरों पर कार्रवाई की गई, एफआईआर भी गिनती के झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई कर प्रशासन के नुमाइंदों ने की थी। इसके बाद प्रशासन का रवैया सुस्त रहा और फर्जी बंगाली मूल के अवैध चिकित्सक क्षेत्र में फिर से सक्रिय हो गए और उन्होंने ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ करने का धंधा शुरू किया और इस दौरान भोले-भाले ग्रामीणों से रुपए ऐंठकर जमकर चांदी काटी। दो माह बाद अचानक कार्रवाई हुई पर नगर में फैले लगभग दो दर्जन झोलाछाप डाक्टरों को छोड़ टीम सीधे ग्राम अमनकुआं पहुंच गई। अब देखना यह है कि तहसीलदार की टीम वास्तव में नगर में फैले बाकी झोलाछाप डाक्टरों पर भी करवाई करेगी जो 10 नवम्बर की कार्रवाई में बच गए थे या फिर दो-तीन माह इन फर्जी डॉक्टरों को फिर से छूट देगी, ताकि वे अपनी मनमर्जी का इलाज कर ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ करते रहे।
जेल के बाद जमानत और फिर शुरू हुआ क्लिनिक-
10 नवंबर की कार्रवाई के बाद हुई एफआईआर में 4 झोलाछाप डाक्टरों को जोबट न्यायालय से जेल भेज दिया गया था दो दिन जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आए चारों झोलाछाप डाक्टरों ने फिर से क्लिनिक का संचालन पूर्वानुसार शुरू कर दिया है, जबकि अवैध डिग्री और एलोपैथिक के साथ प्रतिबंधित दवाइया भी इनके यहा से बड़ी मात्रा में पकड़ी गई थी।।