झाबुआ। स्वच्छ भारत मिशन अन्तर्गत छितरी हुई बसाहट में फलियों में बसे सबसे कम साक्षरता दर वाले झाबुआ जिले स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता आई है उसी का परिणाम है कि लोगो ने सहर्ष आगे आकर अपने घरो में शौचालयों का निर्माण करवाया एवं उनका उपयोग भी कर रहे है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर ग्रामसभाओं के द्वारा जिले की 10 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया। खुले में शौच मुक्त होने से ग्रामीण समुदाय में खुशी की लहर देखने को मिली और ग्राम पंचायत स्तर पर गौरव यात्रा निकाली गई, गौरव यात्रा से समुदाय ने अपने आप को गौरवांन्वित महशूस किया। ग्राम पंचायत द्वारा समस्त परिवारों को शौचालय का उपयोग करना सुनिश्चित किया गया इन ग्राम पंचायत में मोर्निग फोलोअप के माध्यम से घर-घर में जाकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया जा रहा है। इन ग्राम पंचायतों ने जिला झाबुआ की प्रथम खुले में शौच मुक्त पंचायतों में अपना नाम दर्ज कराया है, इन ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा द्वारा खुले में शौच मुक्त की घोषणा की गई है गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित किया गया। इसके चलते अन्य ग्राम पंचायतों को प्रेरणा मिलेगी। ग्रामसभा के निर्णय पश्चात विकासखण्ड जिला एवं राज्य स्तरीय सत्यापन में खुले में शौच मुक्त पाये जाने पर ग्राम पंचायतों को पूर्ण रूप से खुले में शौच मुक्त माना जायेगा।
ये पंचायते हुई ओडी एफ
विकासखंड झाबुआ की संदला, उमरी, विकासखण्ड थांदला की छापरी, छायन रूपगढ, हरीनगर एवं खवासा, विकासखण्ड रामा की सिलखोदरी, विकासखण्ड पेटलावद की गोपालपुरा एवं विकासखण्ड मेघनगर की फुटतलाब ग्राम पंचायत को 26 जनवरी की विशेष ग्राम सभा में खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया।