जिला कांग्रेस ने कुपोषण को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

May

झाबुआ-प्रदेश में कुपोषण से बच्चों की हो रही अकाल मौते एवं डायरिया, निमोनिया व कुपोषण से प्रभावित बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर एवं अकाल मृत्यु के विरोध में प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुरूप आज झाबुआ जिला मुख्यालय पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने विशाल प्रदर्शन कर कलेक्टर कार्यालय पर डिप्टी कलेक्टर आरपी सिंह को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया। इसके पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने ज्ञापन का वाचन किया तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री एवं उनके प्रशासनिक तंत्र को आडे हाथ लेते हुए कहा कि वर्ष 2015-16 में क्रमश: 1976 करोड़ एवं वर्तमान में 30 करोड़ रुपए कुपोषण से छुटकारा हेतु प्रदेश के महिला एवं बाल विकास के तहत आईसीडीएस और अटल बिहारी वाजपेयी बाल अरोग्य मिशन के नाम से खर्च किए गए। बावजुद इसके मध्यप्रदेश में कोई कुपोषण की दशा में सुधार नहीं हुआ है। बच्चों का पोषित आहार भ्रष्ट राजनैतिक और प्रशासनिक लोगों के भेंट चड गया। वहीं चिकित्सालयों में योग्य डॉक्टरों के अभाव में तथा स्वच्छ पेयजल के अभाव में बच्चे व माताएं, बालक-बालिकाएं व माताएं आए दिन कुपोषण का शिकार होने के साथ अनेकों बिमारियों से ग्रसित है। भाजपा के शासनकाल में तथा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह द्वारा थोथी व निराधार घोषणाएं कर प्रदेश के बाशिंदों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि आदिवासी जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा तथा महिला बाल विकास जेसे विभाग निकम्मे साबित होकर यहां के जनजीवन को असुरक्षित बनाए हुए है। इस अवसर पर कलावती भूरिया ने अपना आको्रश व्यक्त करते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष को राज्यमंत्री का दर्जा देकर भले ही मुख्यमंत्री ने वाह-ाही लूट ली हो किंतु पंचायतों में आज भी महत्वपूर्ण योजनाओं के साथ कुपोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार जैसी समस्याएं मुंह खोले खडी है। जिसके निराकरण में प्रदेश का मुख्यमंत्री मूकदर्शक बने हुए है।