आज काकनवानी मे जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) कि बैठक संपन्न हुई जीसमे आदिवासी समाज की सामाजिक रिती रिवाज पर अनुपयोगी क्रुतियों पर रोक लगाने के साथ साथ समाज को नशा मुक्त करने के लिए ओर समाज मे एकता लाने पर चर्चा की गई। एवं पलवाड़ चैत्र मे कार्य करने के लिए सदस्य बनाए गए जो की अपने चैत्र मे समाज के लिए कार्य करेंगे ओर आदिवासी भाइयों को जागरूक करेंगे । आदिवासी समाज के साथ हो रहा शोषण ओर सामाजिक कार्यक्रमो मे अनापुयोगी खर्चा न करने ओर अनुपयोगी साधन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कार्य करेंगे । विशेष कर शादी ब्याह मे डी.जे. पर ओर दारु ओर हल्दी के घड़े पर पूर्ण प्रतिबंध पर विशेष चर्चा हुई ओर इस पर पहल करने का आह्वान किया गया।बैठक मे उपस्थिते सभी भाइयों ने अपने अपने विचार ओर सुझाव सबके सामने रखें।
बैठक का संचालन गेदालाल गणावा द्वारा किया गया। बैठक मे झाबुआ से आए मुख्य अतिथी महेश भाभर जी ओर उनके साथ समीर जी थे साथ ही हमारे थांदला विकासखंड के जयस कार्यवाहक रादु बारिया जी, बाबु डामोर जी, सुरेश गरवाल, पुनिया डामोर जी,पप्पु भाई, दिपेन्द्र गरवाल,राजहिंग (मोल्ला) पारगी,मल्ला भाई,अनिल भटेरा, सुवाल बारीया जी, कान्तु सिंगाडीया जी,दिनेश डामोर जी, सुरेश जी, मोहन गरवाल खवासा,राजहिंग निनामा, रायसिंग डामोर, रमेश कटारा, इत्यादि एवं काकनवानी गाँव के आदिवासी भाई उपस्थित थे।
निम्न बिन्दुओ पर समाज के महानुभवो ने अपने विचार रखे
1. दहेज प्रथा पर पूर्णतः प्रतिबन्ध हो
2. सार्वजानिक क्षैत्र में समाज को नशा मुक्त किया जाए
3. जयस के सदस्य सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में दुर्घटना के समय सहायता प्रदान करे
4. गरीब आदिवासी छात्र पढाई के क्षैत्र में आर्थिक रूप से कमजोर हो उसे जयस कोषालय बना कर सहयोग प्रदान करे
5. समाज में बिचौलिये का कार्य करने वाले का बहिस्कार करना या खतम करना
6. D.J. पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाना और आदिवासी रीती-रिवाज से ढोल-मांदल का उपयोग करना
7. अशिक्षित परिवार को शिक्षा से जोड़ने के लिए कार्य करना
8. शादी के समय हल्दी रस्म के लिए घड़ा लेने बाजार जाते है और अनावस्यक खर्चा होता है उस पर घड़ा प्रथा को खतम करना जैसी बहुत सारी कुप्रथाओ को खतम करने का निर्णय लिया गया जिनसे आदिवासी समाज में आर्थिक पिछड़ापन है
साथ ही थांदला तहसील को जयस के तीन खंडो में बांटा गया जिसमे जो निम्न प्रकार है :- 1. पलवाड क्षैत्र बलवासा से परवलिया तक
2. थांदला क्षैत्र मानपुर से थांदला
3. खवासा क्षैत्र
साथ ही पलवाड क्षैत्र में जयस की कौर कमिटी का गठन किया जिसमें निम्न सदस्य है :-
1. नीलेश बारिया काकनवानी
2. दीपेंद्र गरवाल हरिनगर
3. दिनेश डामोर गोरियाखानंदन
4. कांतु सिंगाड़िया काकनवानी
5. अनिल भटेरा
6. रादू बारिया काकनवानी
7. पूनिया डामोर काकनवानी
8. सुरेश डामोर काकनवानी
9. सुरेश गरवाल हरिनगर (झोसली)
10. मोला भाई पारगी बालवासा
11. पप्पू भाई पटलिया गोरियाखानंदन
12. कड़वा कटारा हेडावा
13. प्रकाश डामोर रोजिया
समाज के और भी विभिन्न मुदो पर चर्चा हुई जो की आदिवासी समाज के पिछड़ेपन का कारण है