– इस प्रकार नल टूटे पड़े और गंदगी का आलम।– पानी के लिए रखे गए मटकों की दुर्दशा जो की ग्रामीणों का मुंह चिढ़ा रहे है।
झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
देश-प्रदेश में एक और जहां स्वच्छता अभियान पर विशेष जोर दिया जा रहा है वही दूसरी और ग्राम पंचायतों पर निगरानी रखने वाले जनपद पंचायत की दशा देखकर यह अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि साफ सफाई और शुद्ध पेयजल के प्रति यहां जिम्मेदार कितने गंभीर है। परिसर में फैली गंदगी और अव्यवस्थओं के बीच आने वाले सचिव रोजगार सहायकों के साथ आमजनों को बेहद खराब स्थिति से गुजरना पड़ता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत में एक दो कक्ष को छोडक़र बाकी जगह पर अव्यवस्थाओं के साथ गंदगी का आलम है। परिसर के बाहर और अंदर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यही नहीं परिसर में शौचालय की स्थिति भी दयनीय है जिससे बाहर से आने वाले को काफी परेशानी आती है। स्वच्छ पेयजल भी नहीं-
यही नहीं परिसर में स्थित पेयजल कक्ष को देखकर भी यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वच्छता के प्रति अधिकारी कितने गंभीर है। पानी के मटकों के साथ ढंक्कनों की दशा और कमरे में फैली गंदगी यह बता रही है कि यहा शुद्ध पानी भी नसीब नही है।