झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
चुनावी बिगुल बजने के बाद नगर के पिपली (चमन) चोराहे का चुनावी माहोल भी गर्माने लगाना है। चुनाव ओर सर्दी के मौसम की आहट मे चोराहे पर लगी जलेबी व गराडू की दुकानो पर दोनो ही दलों के समर्थकों एवं आम जन की चाय की चुस्की लेती टोलियों मे चुनावी चर्चाओं का दोर शुरु हो गया है।
चुनावी दौरे
विगत कुछ महीनों मे जब से उपचुनाव होना तय हुआ तब से दोनों ही दलों के प्रमुख नेताओ ने लगातार जिले के दौरे करना शुरु कर दिये। आम जन मे चर्चा हे कि भुरिया जी ने सांसद रहते हुए जितने दोरे थांदला के किये उससे कई ज्यादा चक्कर विगत कुछ माह मे ही लगा दिये। जिस कारण हर दो चार दिनों मे किसी न किसी बैठक मे पहुचं कार्यकर्ताओ को एक जुट करने के दौरे करते नजर आये। वही इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा बना चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान ने जिले के इतने दौरे कर दिये मानों वे मुख्यमंत्री नही यही के विधायक हो वरन चुनावी प्रभाव न होता तो जिले मे मुख्यमंत्री का आना इतना दुभर हो जाता जितना हमारे विधायक को पलवाड़ क्षेत्र मे आसानी से न पहुचं पाना। राजनीति के इस टी ट्वेन्टी मे अभी बहुत से देश एंव प्रदेश के स्तरीय नेताओ की सभाए बाकी है।
क्या रैलियो की भीड़ वोटों मे बदलेगी?
दोनो ही दलो ने शक्ति प्रदर्शन के लिये नामाकंन रैली बडी संख्या मे भीड़ जुटा कर शक्ति प्रदर्शन किया। चोराहे पर चर्चा मे पार्टियों के समर्थक तो अपनी अपनी पार्टियो की रैलियों एवं सभाओं मे अधिक भीड़ होने का दावा कर रहे है। परन्तु इस भीड़ को कोन वोट मे बदल पाएगा ये आने वाला समय ही बताएगा।