खवासा से झाबुआ आजतक के लिऐ अर्पित चोपड़ा की रिपोर्ट । बामनिया रोड स्थित गॉव का एक मात्र खेल मैदान अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रहा है । लंबे अरसे से उपेक्षित पड़ा यह खेल मैदान कई खेल प्रतिभाओं को भी बाधित कर रहा है । मैदान के पथरीले होने के कारण खिलाडियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । मैदान में चारों ओर बिखरा पड़ा मुरम खिलाडियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है । मुरम के कारण कई मर्तबा खिलाडी फिसल कर चोटिल भी हो जाते है । ईटभट्टों पर जाने वाले ट्रेक्टर-ट्रॉली-टैंकर भी अलग रास्ता होने के बावजूद खेल मैदान से ही होकर गुजरते है जिससे मैदान लगातार पथरीला होता जा रहा है । लेकिन स्थानीय ग्राम पंचायत और जनप्रतिनिधियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है । जनप्रतिनिधियों के उपेक्षापूर्ण रवैये से खेल प्रेमियों में निराशा छाई हुई है । पूर्व सरपंच जैनिबाई भूरिया के कार्यकाल में मैदान में मुरम दबवाकर समतलीकरण करवाया गया था । इसमें मैदान तो समतल हो गया किन्तु मुरम के ऊपर मिट्टी नहीं दबाने के कारण मुरम पुनः उखड कर बाहर आ चूका है . पूर्व में मैदान के कुछ हिस्सों में तार फेंसिंग भी करवाई गई थी जो भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है । और लगाए गए सीमेंट के कुछ पोल भी तोड़ दिए । उल्लेखनीय है कि खवासा के इस मैदान में क्रिकेट और फुटबॉल नियमित रूप से खेले जाते है ऐसे में खेल मैदान एक अनिवार्य आवश्यकता है । क्रिकेटर सम्राट चोपड़ा और विनोद राठौर ने बताया कि मैदान की बाउंड्रीवाल और मिट्टी दबाने की मांग बरसों पुरानी है । बाउंड्रीवाल हेतु कई मर्तबा पंचायत और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस ओर आकर्षित करवाया जा चूका है किन्तु अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है ।
इस सम्बन्ध में जनपद पंचायत थांदला के नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष राजेन्द्र भगत ने “झाबुआ आजतक” को बताया कि मैने कुछ रोज पहले ही शपथ ली है , खेल मैदान की बाउंड्रीवाल और पेचवर्क का कार्य मेरी प्राथमिकता में है । जल्द ही इस कार्य को मूर्त रूप दिया जाएगा ।