कलेक्टोरेट के सामने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम

May

झाबुआ डेस्क।
झाबुआ कलेक्टोरेट परिसर के सामने आज करीब दो घंटे तक इंदौर-23 अहमदाबाद नेशनल हाई-वे पर जाम लगा रहा। वजह थी सोमवार शाम को इसी स्थान पर हादसे में मारे गए दादा-पोते के शव के साथ उनके परिजनों, ग्रामीणों व शुभचिंतकों का प्रदर्शन करना। दरअसल, यह सभी हादसे के जिम्मेदार ट्रक को पकडऩे, सड़क निर्माण कंपनी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे। करीब दो घंटे तक शव को लेकर प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और दंगा निरोधी वाहन वज्र भी बुलाया गया। दो घंटे के पश्चात शव रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अपनी मांग एसडीओपी के समक्ष रखी जिस पर एसडीओपी ने जांच एवं न्याय का भरोसा दिलाया और उसके बाद चक्काजाम खत्म किया गया। इस चक्काजाम के दौरान कुछ समय तक यातायात थमा रहा उसके बाद नव निर्मित हाई-वे पर वाहन डायवर्ट कर दिए गए। इस चक्काजाम के दौरान रतलाम लोकसभा क्षेत्र युवक कांग्रेस के अध्यक्ष आशीष भूरिया भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और आंदोलन कर रहे ग्रामीणों का यह कहते हुए समर्थन किया कि दो साल से नगर पालिका उत्कृष्टï सड़क बना रही है लेकिन सड़क नहीं बन पा रही है और लगातार हादसे इस सड़क के चलते हो रहे है। वहीं सकल व्यापारी संघ ने भी सड़क ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग जिम्मेदार अधिकारियों से की है और ऐसा न होने पर आंदोलन की बात कही।

शर्म करों नगर पालिका
झाबुआ नगर पालिका अब तक के नगर के इतिहास की सबसे नकारा नगर पालिका साबित हो रही है। बड़ी उम्मीद के साथ आम मतदाताओं ने इस परिषद को चुना था। लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया अपनी ही दुनिया में मस्त है और जिम्मेदार पार्षद क्यों मस्त है यह पता नहीं है? नगर की जनता त्राही कर रही है और बात यदि उत्कृष्टï सड़क की करें तो आलम यह है कि दो साल गुजर जाने के बाद भी नगर पालिका सड़क नहीं बना पाई है और बनाने की प्रक्रिया में बेतरकीब ढंग से जहां-तहां खोदे गए गड्ढों एवं अधूरी छोड़ी गई सड़क के चलते दो दर्जन से अधिक हादसों में एक दर्जन से ज्यादा लोग अपनी जान गवा बैठे है और डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो चुके है।