एसबीआई में लेनदेन को लेकर खाताधारकों में आक्रोश, बैंक मैनेजर श्री हरि की कार्यप्रणाली संदिग्ध

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भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
स्थानीय भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर श्री हरि द्वारा लाखों रुपए की धोखाधड़ी बैंक खाताधारकों के साथ की गई। पूर्व में भी मेघनगर के उद्योगपति व बैंक धाराकों से अभद्र व्यवहार की शिकायत लगातार बैंक मैनेजर के खिलाफ इंदौर और रतलाम आला अधिकारियों से की जा रही थी जिसको देखते हुए उनका स्थानांतरण गुरुवार की शाम कर दिया गया, लेकिन स्थानांतरण से पूर्व बैंक मैनेजर द्वारा की गई लाखों की धोखाधड़ी और गबन का मामला सामने आते है। बैंक खाताधारकों की भीड़ बैंक पर जमा हो गई और लोगों ने बैंक मैनेजर को पकड़ लिया तथा अपनी अपनी राशि की मांग करने लगे, खाता धारको ने बैंक मैनेजर को थाने पर ले जाकर बिठा दिया बाद में बैंक मैनेजर को लेकर पुलिस उनके मेघनगर निवास पर गई। बैंक मैनेजर ने लोगो को उनकी राशि के चेक देने की बात कही थी। मगर वहा भी चेक बुक नहीं मिली अंत मे पुन: बैंक मैनेजर को पुलिस थाना मेघनगर लाया गया ओर लोगो की काफी भीड़ मेघनगर पुलिस थाने पर पहुंच गई ओर अपनी राशि की मांग करने लगे। समाचार लिखे जाने तक बैंक मैनेजर पर करीब 15 से 20 लाख तक की राशि के गबन का आरोप लग रहा है। बैंक मैनेजर की करतूत की खबर लगने के बाद पूरे नगर सहित जिले भर मे चर्चाओ का बाजार गर्म है। वही खबर लिखे जाने तक बैंक मैंनेजर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
गुरुवार की शाम देर रात तक बैंक मैनेजर करीब 9 बजे तक बैंक का कैश काउंटर को बंद न कर दादागिरी करते हुए नजर आए जिसकी शिकायत बैंक के अधिकारी द्वारा डायल-100 पर की गई। इसके बाद पुलिस स्टेट बैंक शाखा पहुंची लेकिन पुलिस को भी बैंक में अंदर जाने नहीं दिया गया। इतना ही नहीं बैंक मैनेजर की दादागिरी का आलम यह था कि उन्होंने एक इंदौर से काली फिल्म लगी कार बुलवाई और उसमें बैंक में लगी टीवी और बेशकीमती सामान डाल दिया। लेकिन पुलिस बिना कुछ किए तमाशबीन बनी खड़ी रही, यहां तक की पुलिस कार की तलाशी तक नहीं ले पाई। जब सुबह जब एक बार फिर बैंक मैनेजर व अन्य किसी कार्य से बैंक के आसपास दिखाई दिए तो नगर के कुछ खाताधारकों के 2 से 3 दिन तक के विड्रोल फॉर्म और नगद राशि, सीसी लिमिट का पैसा उनके खाते से गायब दिखाई दी तभी अचानक श्री हरि स्टेट बैंक मैनेजर को पकडक़र थाने लाया गया जहां उन्होंने माफीनामा के साथ आज देर रात तक राशि देने की बात कबूली। बैंक मैनेजर से जब खाताधारकों ने राशि वसूलने की बात की तो मैनेजर घडियाली आंसू बहाते नजर आए। वही एक खाता धारक से रात्रि में 2 लाख की राशि नकद मंगवाई ओर बैंक का हिसाब निपटा कर बैंक मैनेजर बाहर आ गए किन्तु शुक्रवार को बैंक मैनेजर ने 2 लाख की राशि निलेश वागरेचा को लौटा दिये साथ निलेश वागरेचा से उधार ली सोने की रकम जो बैंक मैनेजर ने ली थी वागरेचा को उतारकर दे दी गई।
इस मामले में बैंक मैनेजर का कहना है बैंकों में दलाली प्रथा खत्म करने के लिए मैंने कार्रवाई की थी जिससे तिलमिला कर दलालों और बैंक स्टाफ के चंद कर्मचारियों द्वारा मुझे इस मामले में फंसाने की साजिश है तथा उन्होंने मुझे मुहरा बनाया है। उन्होंने पूर्व में बैंक के कर्मचारी द्वारा आत्मह्त्या का मामला का उदाहरण दिया तथा दलालों की साजिश का परिणाम बताया।

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