इंसान को इंसान की मदद करना चाहिए – मुल्ला अदनान

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मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया/दशरथ कट्ठा की रिपोर्ट – मनुष्य जीवन इंसान को अच्छे कार्यों के कारण ही 17मिलता है। उस जीवन को सही तरीके से जी कर बदी से बचकर खुदा की राह मे नेकी करना चाहिए साथ ही इंसान को इंसान की मदद कर सबाब कमाना चाहिए तभी मानव की मानवता दिखाई देती है। अच्छे लोगों के कार्यों की सराहना हमेशा होती रहती है। वहीं मनुष्य को कभी भी किसी की बुराई न करते हुए हर समय एक दूसरे की मदद पर ध्यान देना चाहिए। उक्त सभी बातें मोहर्रम की नवमी तारीख की वाअज में मेघनगर में वाअज करने आये मुल्ला अदनान भाई मलवासी वाला (दोहदवाला) ने वाअज के दौरान बोहरा समाज के अनुयायियो को सीख देते हुए कही। ज्ञात रहे कि वर्ष हिजरी सन् 1437 में बोहरा समाज के धर्म गुरू सैयदना अबु जाफरू सादिक् आली कदर मुफ्फदल सेफुद्दीन साहब (त.उ.स.) की रजा मुबारक से मेघनगर मे वाअज हेतु जामिया (सूरत) से मुल्ला अदनान भाई आये हुए है। रोजाना मोहर्रम की दूसरी तारीख से प्रातः 10 बजे से करीबन 1 बजे तक वाअज कर इमाम हुसैन का गम व पंजतन पाक (अ.स.) के जीवन पर प्रकाशा डालते हुए उनके सहादत के गम को ताजा कर मस्जिद में या हुसैन-या अली के मातम से मस्जिद गुंज जाती है। वहीं मुल्ला अदनान भाई द्वारा वाअज में सैयदना साहब (त.उ.स.) की लंबी उम्र की कामना की जाती है।
रोजाना होती है मजलिस – मोहर्रम की दूसरी तारीख से मगरिब ईसा की नमाज पश्चात् मस्जिद में मजलिसे हुसैन होती है। जिसमें रोजाना मातमी नोहा, मरषिया, सलाम व मदहे पढ़ी जाती है। मजलिसे हुसैन की खिदमत व वाअज में जाकेरिन की खिदमत इस वर्ष भाबरा से आये आली असगर भाई सब्बर हुसैन गोधरावाला, ताहेर भाई गोधरावाला व मेघनगर के मोहम्मद भाई लिमखेड़ावाले कर रहे है। साथ ही मातमी नोहो में इतना गम होता है कि मस्जिद में बैठे समाजजन की आंखों से आंसू व मातम का एक कोहराम सा मच जाता है।
प्रतिदिन होता है सामूहिक भोज का आयोजन – स्थानीय दाउदी बोहरा समाज व आये हुए मेहमानों का प्रतिदिन मोहर्रम की पहली तारीख से ग्यारवी तारीख तक सामूहिक भोज जैनी मस्जिद परिसर में बने जुमातखाना हो रहा है। प्रतिदिन समाजजनों का दोनो समय (दोपहर व रात) का भोज हो रहा है। इस वर्ष नियाजे हुसैन की खिदमत मेघनगर में अली हुसैन भाई, कुरबान हुसैन भाई इज्जी द्वारा की जा रही है।
धर्मगुरू के प्रवचन अमेरिका से – दाउदी बोहरा समाज के रहनुमा व 53वे धर्मगुरू सैयदना अबु जाफरू सादिक् आली कदर मुफ्फदल सेफुद्दीन साहब (त.उ.स.) की वाअज अमेरिका के हुस्टन में हो रही है। साथ ही वाअज की बरकत विश्व में पहुंच रहा है। जिसके तहत आये दिन सैयदना साहब (त.उ.स.) के प्रवचनों का लाभ बोहरा समाज के अनुयायीयों को मिल रहा है।
इनका रहा सराहनीय योगदान – मोहर्रम सभी कार्यक्रमों में बोहरा समाज के मोहम्मदभाई लिमखेड़ावाला, खोजेमाभाई चल्लावाला, बुरहानुद्दीनभाई इज्जी, युसुफभाई चल्लावाला, अली असगर इज्जी, युसुफभाई झाबुआवाला, मुस्तनसिर भाई, शब्बीरभाई लाइटवाला, युसूफभाई बोम्बेवाला, हुजेफाभाई, हुसैनीभाई ट्रकवाला, युसुफभाई, मुहम्मद अली अकबर, बुरहानुद्दीन, कुतुबृद्दीनभाई, ताहेरीभाई सहित सभी समाजजनों का सराहनीय योगदान रह रहा है साथ ही नन्हें मुन्ने बच्चे ताहा इज्जी, अब्दुल तैय्यब, मोहम्मद अली असगर, अब्दुल हुसैन, जुजर, हुसैना, जुमाना, सकीना, फातेमा सहित सभी छोटे-छोटे बच्चे भी इमाम हुसैन के गम मे सीनाजनी कर मातम पूरे जोश से करते है और जोर-जोर से ‘‘या हुसैन’’ ‘‘या अली’’ भी कहते है। उक्त जानकारी बोहरा समाज के वाली मुल्ला अली असगरभाई इज्जी ने दी है।

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