आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से शराब कारोबारियों की चांदी : भूरिया

May

भ्रष्ट अधिकारियों के निलबंन की मांग की
झाबुआ। जिले में अवैध शराब का गौरख धंधा इन दिनों जोरो पर है। मप्र की सीमा से गुजरात की ओर प्रतिदिन अनेकों वाहन अवैध शराब भरकर परिवहन कर रहे है, लेकिन न तो इस ओर पुलिस विभाग और न ही जवाबदार आबकारी विभाग का कोई ध्यान है। महीना बंद के चलते यह कार्य इन दिनों तेजी से जिले में फलफूल रहा है।यह आरोप जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष चंद्रवीरसिंह राठौर ने लगाए है। जिपं उपाध्यक्ष राठौर ने बताया कि जिलेभर में अवैध रूप से षराब बेची जा रहीं है। पुलिस द्वारा शराब बेचने वाले छोटे व्यापारियों पर तो कार्रवाई की जा रहंी है, लेकिन बड़े पैमाने पर जो व्यापारी यह धंधा कर रहे है, उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है या विभाग ध्यान नहीं देना चाहता है। राठौर ने आगे कहा कि जिले में अवैध शराब का परिवहन बड़े पैमाने पर हो रहा है और दोनो विभाग महज चुप्पी साधे हुए है
आबकारी अधिकारियों की सांठगांठ
जिपं अध्यक्ष भूरिया ने कहा कि जिले के आबकारी विभाग की भी इसमें साठंगांठ है। महीना बंदी के चलते ना तो पुलिस विभाग और ना ही इस संबंध में कार्रवाई के लिए जवाबदार आबकारी विभाग आंखू मूंदकर बैठा हुआ है। जिसके चलते मप्र की सीमा से गुजरात की ओर अनेकों ट्रक, आइशर, जीपे एवं अन्य वाहन अवैध रूप से शराब भरकर ले जा रहे है। जिपं अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ने स्पश्ट तौर पर आबकारी अधिकारियों पर भ्रश्टाचार का आरोप लगाया है।
निलंबन की कार्रवाई की जाए
उक्त दोनों जनप्रतिनिधियों द्वारा सख्त लहजे में ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई किए जाने की मांग शासन एवं जिला प्रशासन से की है। इसके साथ ही रूपसिंह डामोर, गेंदाल डामोर, मन्नालाल हामड़ सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा चेतावनी देते हुए कहा गया है कि यदि निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाती है तो कांग्रेस इस संबंध में आंदोलन करने के लिए भी बाध्य होगी।