आदिवासी चेतना में बोले डॉ. भूरिया, जिन्होंने गरीब की थाली से मीठा छीना उन्हें कड़वे का स्वाद चखाने का वक्त

May

झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट-
 यात्रा संयोजक विक्रांत भूरिया की आदिवासी जन चेतना यात्रा के स्वागत के लिये पिटोल में अंचल उमड पड़ा। रविवार को देर शाम मलवान-मंडली होते हुए पिटोल पहुंची इस यात्रा का बडी संख्या में यहां एकत्रित ग्रामीणों ने आत्मीय स्वागत किया। डॉ. भूरिया ने रास्ते में जो कोई मिला उसे गले लगाकर उसके हाल जाने व समस्याओं से रुबरु हुए। दर्जनों की संख्या में कहीं हैंडपंप तो कहीं मकान न मिलने व महीनों से गांव के गांव बिजली बंद के कारण अंधेरे में रहने के आवेदन मिले जिन्हें पढकर यात्रा पूरी करने के बाद यथा संभव हल करने के आश्वासन के बाद विक्रांत के कदम आगे बढते गऐ। पिटोल में रात्रि विश्राम स्थल पर एकत्रित ग्रामीणों के बीच बोलते हुवे विक्रांत नें कहा कि जिन्होने गरीबों की थाली से मीठा छीना है उन्हें कड़वे का स्वाद चखाने का वक्त आ रहा है। दरअसल वे गरीबों को मिलने वाले खाद्यान्न में शकर बंद करने को लेकर सरकार पर हमलावर थे। विक्रांत भूरिया ने अपनी यात्रा के कई संस्मरण ऐसे सुनाए जिसमें उन्होंने आदिवासी गरीबों की बदहाली को करीब से देखा। इस अवसर पर उपस्थित सांसद कांतिलाल भूरिया नें कहा कि यह एक समाज सुधारक यात्रा है जिसका 30 जनवरी को आजाद नगरी भाबरा में समापन होगा। ध्यान देने वाली बात है कि अब समय आ गया है कि आदिवासी समाज को जागृत होना चाहिए। नशाखोरी के साथ दहेज दापा व किसी भी हादसे में संबधित पर अनावश्यक दबाव बनाकर पैसों की मांग करने जैसी घटनाएं समाज को कलंकित कर रही है उसे बंद करने की जरुरत है। उन्होंनेे कई सरकारी योजनाओं के संबंध में जो कि अब भी कागजों में दौड रही है उन्हें जमीन पर लाने की बात कही। इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रतिनिधि ठाकुर जोरावरसिंह, ब्लाक अध्यक्ष झाबुआ हेमचंद डामोर, पिटोल सरपंच काना गुंडिया ने अपने विचार रखे व इस यात्रा को आदिवासी समाज के लिए वह पहल बताया जो आदिवासी समाज के सामाजिक व सांस्कृतिक उत्थान के लिये मिल का पत्थर साबित होगी।
जगह जगह हुआ पिटोल में स्वागत –
यात्रा का पिटोल पहुंचने पर गांव में ग्रामीणों ने जगह जगह स्वागत किया । ढोल मांदल के साथ यह यात्रा ग्राम के प्रमुख मार्ग से होती हुई कार्यक्रम स्थल पहुंची। शाम पांच बजे से ग्रामीण यात्रा का इंतजार करते रहे जो देर शाम 7 बजे यहां पहुंची। सांसद भुरिया, विक्रांत भूरिया व ठाकुर जोरावरसिंह का साफा बांधकर सम्मान किया। इस अवसर पर पेमा भाबोर, धर्मेन्द्र मछार, घनश्याम पंचाल, प्रदीप बडदवाल, अब्बासी बोहरा, नीतेश नागर, कपिल मोदी, दिनेश नागर, धुमा गुण्डिया, टीटु भाई, हिंदू भाई धनसिंह भाई, हनी सोनी, हितेश प्रजापत, विनय पंचाल, सहित बडी संख्या में पंच सरपंच व ग्रामीण व निजी चिकित्सक संगठन के डॉक्टरों ने भी मुलाकात की व उनका स्वागत किया जिसमें अरविन्द बडदवाल, सुभाष कुंडल, अशोक नायक, पंकज नायक विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कुंवर निर्भयसिंह व आभार डॉ राहुल नागर ने माना।